भिलाई। रेत में खेलते-खेलते एक मजदूर की छह माह की बच्ची कुछ निगल गई। बच्ची लगातार उलटी कर रही थी और रोए जा रही थी। घटना धमधा क्षेत्र की है। बच्ची के माता-पिता उसे लेकर हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल पहुंचे। एक्सरे करने पर उसकी आहार नली में एक वस्तु अटकी दिखाई दी। बड़ी सावधानी के साथ उसे निकाला गया। यह एक सीप थी जिसे बच्ची ने रेत के साथ मुंह में डाल लिया था।
हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल के ईएनटी सर्जन डॉ अपूर्व वर्मा ने बताया कि यह एक बड़ी चुनौती थी। बच्ची के माता पिता दोनों भवन निर्माण मजदूर हैं। बच्ची को रेत पर खेलता छोड़कर दोनों काम में जुटे हुए थे। तभी बच्ची के रोने की आवाज सुनी। बच्ची के मुंह में रेत था जिसे जितना संभव हो सका उंगली से निकालने के बाद वे उसे अस्पताल लेकर आए थए। दरअसल बच्ची ने रेत के साथ सीप निगल लिया था। सीप आहार नली की निचले हिस्से में जाकर फंस गई थी।
सीप की किनारियां बहुत तेज होती है। इतने छोटे बच्चे अभी सिर्फ दूध पी रहे होते हैं। आहारनली को किसी भी ठोस वस्तु की आदत नहीं होती। सीप निकालने की कोशिश में जरा सी भी असावधानी से बच्ची के नाजुक गले को बहुत चोट लग सकती थी। हमने बड़ी सावधानी के साथ स्कोप डाला और सीप को धीरे-धीरे बाहर निकाल लिया। इस कार्य में निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ पल्लवी शेन्डे का बड़ा योगदान रहा। इतने छोटे बच्चे को एनेस्थीसिया पर रखना एक बड़ी चुनौती होती है। हम बच्ची की आहारनली को पूरी तरह सुरक्षित रखने में कामयाब रहे। एक दिन निगरानी में रखने के बाद बच्ची को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।