जांजगीर। पेट दर्द, डायबिटीज व हायपरटेंशन का लंबे समय से इलाज करा रहे एक व्यक्ति के पैंक्रियाज से एक 10 सेमी x 7सेमी x 6 सेमी का ट्यूमर निकाला गया है। ट्यूमर का पता तब चला जब लंबे इलाज से भी राहत नहीं मिलने पर उसे हायर सेंटर रिफर किया गया। वहां सीटी स्कैन करने पर पता चला कि मरीज के पैन्क्रियाज के टेल एरिया में एक बड़ा ट्यूमर है। यह ट्यूमर स्प्लीन से सटा हुआ था। इसे नियोप्लास्टिक ट्यूमर कहा जाता है।
जांजगीर निवासी 64 वर्षीय रथलाल धोबी को लंबे समय से डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी। बीच बीच में पेट दर्द से भी वह दोहरा हो जाता था। वह डायबिटीज और हाइपरटेंशन की दवा भी ले रहा था पर न तो शुगर कंट्रोल हो पा रहा था और न ही बीपी। मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. यूसी शर्मा ने उसे हायर सेंटर रिफर कर दिया गया। सिम्स में रेडियोलॉजिस्ट डॉ पवन कुमार गुप्ता ने उसका सीटी स्कैन किया। सिटी स्कैन में पेनक्रियाज के टेल एरिया में एक ट्यूमर दिखा। सिम्स में पदस्थ जांजगीर के ही डॉ. मृणाल शर्मा ने मरीज का ऑपरेशन कर ट्यूमर को बाहर निकाला।
डॉ. मृणाल शर्मा ने बताया कि नियोप्लास्टिक ट्यूमर होने की जानकारी होने पर यह लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से यह देखा गया कि बीमारी कितनी फैली है। अच्छा था कि बीमारी फैली नहीं थी। इसलिए ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद मरीज़ का डिस्टल पैन्क्रियाएक्टोमी और स्प्लेनेक्टोमी ऑपरेशन किया गया । टीम में सर्जन डॉ. मृणाल शर्मा, डॉ विनोद तामकनंद और सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज शेन्दे शामिल थे।