भिलाई। लगातार बैठे या खड़े रहकर काम करने वालों को लोअर बैक पेन काफी परेशान कर सकता है। कमर के निचले हिस्से में रीढ़ के अंतिम मनके के आसपास शुरू होने वाला यह दर्द जांघों से होकर पैरों तक फैल सकता है। तकलीफ ज्यादा होने पर करवट बदलना, बिस्तर से उठना, नीचे झुकना या बैठना कठिन हो जाता है। इसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। इससे रोग जटिल हो सकता है।
हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल की फिजियोथेरेपिस्ट डॉ अर्चना लछवानी एवं डॉ रोमिला राज ने बताया कि कमर की मांस पेशियों के कमजोर होने एवं रीढ़ पर ज्यादा जोर पड़ना इसका सबसे सामान्य कारण है। आरंभिक दौर में कुछ सामान्य कसरतों से इसे ठीक किया जा सकता है। इसके लिए रोगी को सीधा लेट जाना चाहिए। पैरों को घुटनों से मोड़कर पंजों को जमीन पर जमा देना चाहिए। फिर कमर के हिस्से को ऊंचा उठाकर उसे वहां 5-10 सेकंड के लिए होल्ड करना चाहिए। पर तकलीफ बढ़ने पर इसे तुरंत रोक देना चाहिए और डाक्टर की सलाह लेना चाहिए।
डॉ अर्चना ने बताया कि इसके अलावा फ्रोजन शोल्डर, सर्वाइकल स्पांडिलोसिस और घुटनों में होने वाले दर्द में भी फिजियोथेरेपी के अच्छे नतीजे आते हैं। सामान्यतः यह लाइफ स्टाइल के कारण होने वाली समस्या है पर कोई भी कसरत बिना योग्य चिकित्सक या फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह के बिना शुरू नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर समस्या बढ़ सकती है और रोगी की हालत पहले से भी खराब हो सकती है।