भिलाई. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर की मेडिकल ऑफिसर डॉ जेबी मेश्राम ने दावा किया है कि Life Style Modification और ‘ॐ’ के उच्चारण से PCOD की समस्या ठीक हो सकती है. उन्होंने बताया कि एम्स में 80 महिलाओं पर इसका प्रयोग किया गया जिसके बेहद सकारात्मक नतीजे आए हैं. ये महिलाएं बिना दवा के ठीक हो गईं. डॉ मेश्राम यहां स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर पर आमंत्रित व्याख्यान दे रही थीं.
डॉ मेश्राम ने बताया कि सितम्बर का महीना पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) या पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर जागरूकता को समर्पित है. यह एक गंभीर हार्मोनल समस्या है. इसकी वजह से मेटाबॉलिक और प्रजनन संबंधी समस्या आती है. महिलाओं के शरीर में सामान्य से अधिक हार्मोन्स बनने लगते हैं जिसकी वजह से पीरियडस अनियमित हो जाते हैं. वजन का अत्यधिक बढ़ जाना, अनचाही जगहों पर बालों का उगना, चेहरे पर बहुत मुहांसे आना या बालों का झड़ना जैसी समस्याएं आती हैं. इंसुलिन बनना बंद हो जाता है. उन्होंने बताया कि यह अनुवांशिक हो सकता है. जीवन पद्धति, तनाव, पर्यावरण प्रदूषण इसके अन्य प्रमुख कारण हैं.
उन्होंने बताया कि लाईफ स्टाईल में बदलाव कर इसे ठीक किया जा सकता है. कार्बोहाइडेट कम लें, वजन कम करें, नियमित व्यायाम, ध्यान, रेशेदार फल व सब्जी के सेवन से हम इसे दूर कर सकते हैं. मेडिकल ट्रीटमेंट भी कराई जा सकती है. तनाव से दूर रहे व ‘ओम इग्नोराय नमः’ को जीवन का मूल मंत्र बनाएं. विटामिन व मिनरल को भोजन में शामिल करें. जंक फूड, शराब, सिगरेट आदि नशीली चीजों से बचें. संगीत सुनना व ध्यान करना पीसीओएस समस्या के समाधान में बहुत फायदेमंद है. उन्होंने बताया कि एम्स में 80 महिलाओं को ‘ॐ’ का ध्यान करने के लिये कहा. तीन माह बाद बिना दवाई के महिलायें स्वस्थ हो गयी.