रायपुर. डा. भीमराव आंबेडकर अस्पताल का एडवांस्ड कार्डियक इंस्टीट्यूट ACI हृदय रोगियों के लिए संजीवनी साबित हुआ है. हृदय के पीछे ट्यूमर, ट्रॉमैटिक काइलोथोरेक्स, टूटे हुए थोरेसिक डक्ट जैसी समस्याओं के साथ ही इनफीरियर वेना केवा कैंसर (Leiomyosarcoma)की सर्जरी राज्य में पहली और देश में 13वां केस था, जिसका सफल इलाज किया गया. इंस्टीट्यूट में अब तक 10 हजार से ज्यादा प्रोसीजर किये जा चुके हैं.
एडवांस्ड कार्डियक इंस्टीट्यूट को 2017 में शुरू किया गया था. 44 बिस्तरों वाले इस केन्द्र में 22 बिस्तरों का कार्डियक आईसीयू है. गरीबों को शासकीय योजनाओं के तहत यहां मुफ्त सेवाएं दी जाती हैं. सर्जरी विभाग के एचओडी डा. केके साहू ने बताया कि इंस्टीट्यूट में कई आपरेशन ऐसे हुए जो राज्य में अपनी तरह के पहले केस थे. इसमें हृदय के पीछे ट्यूमर, ट्रामेटिक काइलोथोरेक्स, टूटे हुए थोरेसिक डक्ट जैसी जटिल हृदय रोगों का इलाज किया गया. इनफीरियर वेना केवा कैंसर (हृदय के ऊतकों का कैंसर) की सर्जरी राज्य का पहला और देश का 13वां केस था, जिसका सफल इलाज किया गया। कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डा. स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 10,000 से अधिक कार्डियक प्रोसीजर्स किये जा चुके हैं. विभाग में प्रतिदिन 150 से ज्यादा मरीज आते हैं. 2021 में कुल 1172 मामले आए. अगस्त 2022 तक कुल 1022 मामले आए हैं जिसमें बच्चों के 21 मामले भी शामिल हैं. समय-समय पर यहां आने वाले लोगों को अनियमित दिनचर्या को सुधारने और खान-पान व्यवस्थित करने के जागरूक भी किया जाता है.
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