भिलाई। हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक एवं सीटीवीएस सर्जन डॉ रंजन सेनगुप्ता ने आज सात दिवसीय हृदय रोग शिविर की घोषणा करते हुए कहा कि अस्पताल का उद्देश्य लोगों को हृदय के जोखिम के प्रति आगाह करना है. 22 से 28 तक होने वाले इस शिविर में पहले तीन दिन लोगों की जांचें की जाएंगी जिसके बाद रिपोर्टों के आधार पर चिकित्सक परामर्श देंगे. आवश्यकता होने पर शिविर के अंतिम दिन छोटे मोटे प्रोसीजर किये जा सकेंगे. उन्होंने बताया कि शिविर का उद्देश्य लोगों को उनके दिल की हालत बताना और समय रहते सावधान करना है.
डॉ सेनगुप्ता पत्रकारों की उपस्थिति में शिविर की जानकारी प्रदान कर रहे थे. उन्होंने बताया कि आज हृदय रोगों की पहचान के लिए जरूरी जांचों की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है. पर ये जांचें समय पर रोगों को पकड़ने के लिए बहुत जरूरी होती हैं. हाइटेक के शिविर में लोगों की इस समस्या का समाधान करने की कोशिश की गई है. आवश्यकता पड़ने पर कुछ और जांचें भी रियायती दरों पर करवाई जा सकेंगी.
इंटरवेंशन कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आकाश बख्शी ने बताया कि विकसित पश्चिमी देशों की तुलना में भारत का परिदृश्य कुछ अलग है. पश्चिमी देशों में हृदय रोगियों की संख्या 70 पार कर चुके लोगों में ही अधिक होती है जबकि हमारे यहां 25 साल के युवा भी इस रोग का शिकार हो रहे हैं. वहां की तुलना में हालांकि भारत में चिकित्सा सेवा किफायती पर यह भी लोगों को भारी पड़ती है. इसलिए लोगों को अनिवार्य रूप से चिकित्सा बीमा करवा लेना चाहिए क्योंकि चिकित्सा विज्ञान की उन्नति के साथ ही यह सेवा महंगी भी होती जा रही है. उन्होंने कहा कि इस शिविर का लाभ अधिक से अधिक लोगों को उठाने की कोशिश करनी चाहिए ताकि अगर सबकुछ ठीक है तो वे निश्चिंत हो जाएं और यदि कोई दिक्कत है तो समय पर हस्तक्षेप किया जा सके.
इस अवसर पर हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल के निदेशक संजय अग्रवाल भी मौजूद थे.