भिलाई। यह कहानी कमर दर्द से परेशान एक ऐसे व्यक्ति की है जिसके लिए चलना फिरना तो दूर, बिस्तर से उठना तक मुश्किल हो गया था. वह करवट भी नहीं बदल पाता था. एक निजी अस्पताल में वह इलाज के लिए पहुंचा तो उसकी सर्जरी कर दी गई. पर इसके बाद समस्या कम होने की बजाय और बढ़ गई. धीरे-धीरे कमर टेढ़ी हो गई. थक हारकर वहां हाईटेक के न्यूसर्जरी विभाग पहुंचा. अब वह पूरी तरह ठीक है और चलने फिरने के साथ ही काम पर भी लौट गया है.
डोंगरगढ़ निवासी अरुण सिन्हा ने बताया कि उसे काफी समय से कमर दर्द रहता था. उसने राजनांदगांव के एक अस्पताल में अपना इलाज कराया. वहां उसकी सर्जरी कर दी गई. सर्जरी के कुछ दिन बाद कमर एक तरफ मुड़ गई. लोगों ने नागपुर और रायपुर के अस्पतालों में जाने की सलाह दी. पर एक परिचित के साथ वह हाईटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल पहुंचा और न्यूरोसर्जन डॉ दीपक बंसल को दिखाया.
डॉ बंसल ने उसे कुछ औषधियों के साथ ही फिजियोथेरेपी कराने की सलाह दी. मरीज की हालत को देखते हुए उसे दिन में दो बार फिजियोथेरेपी की सलाह दी गई. हाइटेक की फिजियोथेरेपिस्ट डॉ अर्चना गुप्ता ने बताया कि मरीज नियमित रूप से फिजियोथेरेपी के लिए आता रहा. लगभग एक माह के अथक प्रयासों के बाद अब वह स्वतंत्र रूप से उठ बैठ सकता है, चल फिर सकता है. मरीज अब बेहद खुश है.