दुर्ग. हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के सेमेस्टर एग्जाम चल रहे हैं. इस परीक्षा में जमकर नकल प्रकरण सामने आ रहे हैं. वैशाली नगर कॉलेज में तो परीक्षार्थियों को मोबाइल अलाऊ कर दिया गया. इससे छात्र पूरी गणित की किताब मोबाइल में डाउनलोड करके ले गए. स्टूडेंट्स मोबाइल देखकर पेपर सॉल्व कर रहे थे. तभी कुलपति की टीम ने उन्हें धर दबोचा.
यूनिवर्सिटी के फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा में जांच करने के लिए कुलपति हर रोज की तरह बुधवार भी कॉलेजों का दौरा करने निकली. वे वैशाली नगर कालेज पहुंचीं. जैसे ही कुलपति की टीम परीक्षा हॉल पहुंची. छात्र हड़बड़ाने लगे और कुछ छिपाने की कोशिश करने लगे. टीम यह देखकर छात्रों के पास गए तो देखा कि उनके पास मोबाइल फोन है. मोबाइल चेक करने पर उसमें पीडीएफ फॉर्मेट में पूरी किताब डाउनलोड मिली. छात्र मोबाइल देखकर सवालों के उत्तर लिख रहे थे. टीम ने दो छात्रों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं.
कुलपति ने इस पर नाराजगी जताई. उन्होंने कॉलेज के परीक्षा स्टाफ और प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने परीक्षा हॉल में मोबाइल लेकर बैठने पर सवाल उठाया. साथ ही संबंधित शिक्षकों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है.
कुलपति ने जब कॉलेज प्रबंधक से इस बात पूछताछ की तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया. उनके मुताबिक सभी छात्रों की जांच कर पाना संभव नहीं है. बीच-बीच में चेतावनी दी जाती है. कुलपति ने परीक्षा के दौरान सभी छात्रों की जांच करने के निर्देश दिए.
इससे पहले मंगलवार को कुलपति की टीम ने भिलाई तीन कॉलेज का दौरा किया था. यहां टीम को परीक्षा हाल में एक स्टाफ ड्यूटी पर नहीं मिला था. परीक्षा हाल को पूर्व छात्रों के भरोसे छोड़ दिया गया था. इसे लेकर भी कुलपति ने काफी फटकार लगाई थी.
वैशाली नगर कॉलेज के बाद टीम साई कॉलेज गई. वहां भी कक्षाओं का निरीक्षण किया. यहां चाक-चौबंद व्यवस्था मिली. यहां भी उपस्थित स्टाफ और अन्य लोगों को परीक्षा संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए. इसके अलावा दो और टीमों ने भी 3-3 कॉलेजों का निरीक्षण किया.
वार्षिक परीक्षा के लिए गाइडलाइन जारी
डीयू ने वार्षिक परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली है. इसके लिए जल्द गाइडलाइन जारी होनी है. कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए इस पर नजर रखी जा रही है. डीयू के मुताबिक इस वर्ष पूरे सत्र में कक्षाएं लगी हैं. इस वजह से ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित होनी हैं. केंद्रों का निर्धारण किया जा चुका है. समय सारिणी जारी होते ही कॉलेज प्रबंधन को परीक्षा केंद्र से जुड़ी तैयारी की जानी है.