दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कार स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी एवं संस्कृत विभाग तथा राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्र इकाई द्वारा विस्तार गतिविधि के तहत औद्योगिक ग्राम रसमड़ा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में शिक्षा स्वास्थ्य एवं संस्कृति से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किया गया।
विस्तार गतिविधि से तात्पर्य संकलित ज्ञान का आदान-प्रदान के माध्यम से विस्तार करना है, जिसके तहत महाविद्यालय के प्राध्यापक तथा विद्यार्थी गांव के विद्यालयों में पहुंचकर आयोजन के उद्देश्य को चरितार्थ करते हैं।
महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने रसमड़ा विद्यालय के विद्यार्थियों को कैरियर गाइडेंस, मोबाइल के दुष्प्रभाव तथा 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं तथा अध्ययन के विविध क्षेत्रों की जानकारी दी।
स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के प्रति जागरूकता का संदेश देते हुए नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। देश-भक्ति सामाजिक-दायित्व तथा मतदाता-जागरूकता पर महाविद्यालय के मृदुल निर्मल, मो.सारिक, हरीश साहू एवं मो. आदिल ने भावपूर्ण काव्य पाठ किया। महाविद्यालय की छात्राओं सुमन एवं रंजना ने स्त्री-जनित स्वास्थ्य समस्याओं पर विद्यालय की छात्राओं को जागरूक किया। अपने शिक्षकों की प्रेरणा से रसमड़ा विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने लोकगीत, लोक नृत्य तथा शास्त्रीय नृत्य से विद्यालय प्रांगण में उपस्थित दर्शकों एवं विद्यार्थियों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपने उद्बोधन में हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.अभिनेष सुराना ने हिन्दी के महत्व तथा हिन्दी विषयक रोजगार पर विस्तार से जानकारी दी। संस्कृत के विभागाध्यक्ष जनेन्द्र दीवान ने संस्कृत की प्राचीनता तथा प्रासंगिकता पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कृत से शिक्षित व्यक्ति के लिए कभी भी रोजगार की समस्या नहीं होती, संस्कृत रोजगार का द्वार है। रसमड़ा विद्यालय के प्राचार्य एम.एल. चंदेल ने विस्तार गतिविधि के लिए रसमड़ा विद्यालय के चयन के लिए महाविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया।
उक्त संपन्न कार्यक्रम में रसमड़ा विद्यालय के व्याख्याता एन.जोशी, आर.दहरे, बी.बंजारे, एम.मांडवी एस.हुमने, व्ही.वर्मा, व्ही.एल.नोरके, श्रीमती एन.जोशी तथा महाविद्यालय के डॉ. बलजीत कौर, डॉ. सरिता मिश्रा, डॉ.ओमकुमारी देवांगन, डॉ.शारदा सिंह, डॉ.लता गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालय एवं रसमड़ा विद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित थे। श्री जे.एस गावरे एवं डॉ रजनीश उमरे ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का संचालन किया। एन.व्ही.एस.नलिन ने आभार वक्तव्य दिया।