भिलाई। ओडीशा के पहाड़ी इलाकों में रहने वालों के लिए हाइटेक सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल वरदान बन गया है. पिछले कुछ महीनों में यहां के दर्जनों मरीजों का यहां इलाज किया गया है. इनमें से अधिकांश मामले चोट लगने के थे. कोई पहाड़ी से गिरकर घायल हुआ था तो कोई पेड़ से गिरकर. इनमें से अधिकांश मामले रीढ़ की चोट के हैं जिनका स्थानीय तौर पर इलाज नहीं हो पाता.
न्यूरो सर्जन डॉ दीपक बंसल ने बताया कि इनमें से अधिकांश मरीज कोरापुट, मलकानगिरी आदि क्षेत्र के हैं. इनका योजना के तहत हाइटेक में निःशुल्क इलाज किया जाता है. हाल ही में दो महिलाओं के यहां लाया गया था जिनके लिए बिस्तर से उठ पाना भी मुश्किल हो गया था. इनकी रीढ़ में चोट थी. इन्हें हाइटेक हॉस्पिटल रिफर किया गया था.
डॉ बंसल ने बताया कि लगभग 45 वर्ष की महिला को गिरने के कारण रीढ़ में चोट लगी थी. उनके एल-1 में फ्रैक्चर था. इसकी वजह से उनका हिलना डुलना या कमर सीधी करना तक मुश्किल हो गया था. जीवन की गुणवत्ता काफी कम हो गई थी. सर्जरी कर उनकी रीढ़ में रॉड डाला गया. अब वे बेहद खुश हैं. अब न केवल वह अच्छी नींद ले पा रही हैं बल्कि पहले की तरह ही चल फिर भी पा रही हैं. आज-कल में उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी.
दूसरा मामले में लगभग 50 वर्षीय सुभद्रा की रीढ़ में चोट थी. गिरने की वजह से लगी इस चोट के कारण उनकी नसें दब गई थीं और पैर सुन्न पड़ गए थे. सर्जरी कर नसों को दबाव से मुक्त कर दिया गया. सुभद्रा भी अब पूरी तरह स्वस्थ है और उसे भी एक दो दिन में छुट्टी दे दी जाएगी.
डॉ बंसल ने बताया कि ओड़ीशा के इस इलाके के मरीज पहले सीधे विशाखापटनम जाया करते थे. खर्च एक बहुत बड़ी बाधा थी. हाइटेक अस्पताल ने ओड़ीशा सरकार के साथ यहां के बाशिन्दों की मुफ्त चिकित्सा का करार किया है. इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग भी स्तरीय चिकित्सा का लाभ उठा पा रहे हैं.