भिलाई। धमधा में ट्रक पर टमाटर लाद रहे एक मजदूर का पैर फिसल गया. वह चक्के के नट कसने के लिए पाना में फंसाए गए रॉड पर जा गिरा. लगभग दो इंच मोटा यह रॉड उसके पेड़ू से घुसा और पेट को चीरता हुआ नाभी के काफी ऊपर तक निकल गया. ट्रक मालिक बिना कोई वक्त गंवाए उसे लेकर तत्काल हाईटेक अस्पताल पहुंचा जहां विशेषज्ञों की टीम ने रॉड को सुरक्षित ढंग से निकालकर उसकी जान बचा ली.
लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ नवील शर्मा ने बताया कि 32 वर्षीय इस युवक को जब लाया गया तो उसकी हालत देखकर टीम गंभीर स्थिति के लिए तैयार हो गई थी. दो यूनिट रक्त की व्यवस्था भी कर ली गई थी. मरीज को तत्काल ऑपरेशन थिएटर पहुंचाया गया. पहले यह जानना जरूरी था कि रॉड ने कहीं किसी भीतरी अंग को नुकसान तो नहीं पहुंचाया था. अगर ऐसा होता यह इसका पता लगाना ज्यादा जरूरी हो जाता कि रॉड को निकलते समय किस-किस सावधानी की जरूरत होगी.
डॉ शर्मा ने बताया कि इसके लिए पहले लैप्रोस्कोप की मदद से उसके पेट के भीतर का जायजा लिया था. युवक की किस्मत अच्छी थी कि रॉड ने किसी भी भीतरी अंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया था. इसके बाद रॉड को सुरक्षित ढंग से बाहर निकाल लिया गया. रक्त चढ़ाने की नौबत भी नहीं आई. चौथे दिन उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. इस प्रोसीजर में निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ नरेश देशमुख ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
स्वास्थ्य लाभ कर रहे युवक ने बताया कि ट्रक मालिक की मेहरबानी की वजह से ही उसे तत्काल बड़े अस्पताल पहुंचाया गया जहां ऑपरेशन के दूसरे दिन ही वह बेहतर महसूस करने लगा था. तीसरे दिन उसने चलना फिरना भी शुरू कर दिया था. फिलहाल वह स्वस्थ महसूस कर रहा है और जल्द ही काम पर लौटने की इच्छा रखता है.