रायपुर/मुम्बई। बॉम्बे एक्जिबिशन सेन्टर में 16 से 18 मई तक आयोजित ग्लोबल एक्जिबिशन आॅन सर्विसेज (जीईएस) में छत्तीसगढ़ में कौशल विकास एवं उच्च शिक्षा के चित्रण का सौभाग्य श्रीशंकराचार्य तकनीकी कैम्पस भिलाई को प्राप्त हुआ। विश्व को भारत के अवदान पर आयोजित इस तीन दिवसीय वैश्विक सम्मेलन में 100 देशों के 500 प्रतिभागियों के साथ ही देश के 16 राज्यों के 625 प्रस्तुतियां दी गर्इं। ये प्रस्तुतियां 22 अलग अलग सेक्टर्स सके थीं जिसमें उच्च एवं तकनीकी शिक्षा भी शामिल था। इस प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ ने लॉजिस्टिक्स, स्वास्थ्य सेवाएं, पर्यटन, कौशल विकास तथा शिक्षा के क्षेत्र में दी जा रही सेवाओं को शोकेस किया। सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के वाणिज्य विभाग ने किया था। प्रदर्शनी का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया।
श्रीशंकराचार्य तकनीकी कैम्पस के पविलियन में संस्था द्वारा रोजगार सृजन, कौशल विकास, नवाचार, उद्यमिता तथा तकनीकी आधारित शिक्षा के क्षेत्र मेें दी जा रही सेवाओं को प्रदर्शित किया। संस्था के प्रतिनिधिमंडल में डॉ आरएन पटेल, डॉ सिद्धार्थ चौबे, श्री विवेक सोनी शामिल थे। उन्होंने बताया कि संस्था के चेयरमैन आईपी मिश्रा एवं अध्यक्ष श्रीमती जया मिश्रा के नेतृत्व में संस्था युवाओं को सशक्त, काबिल और रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए लगातार नवाचार कर रहे हैं। देश विदेश से आने वाले प्रतिभागियों ने एसएसटीसी के प्रयासों की सराहना की।
राज्य के विशेष सत्र में सीएसआईडीसी के चेयरमैन छगन लाल मूंदड़ा, सीआईआई के चेयरमैन पंकज सारडा, सीएसआईडीसी के प्रबंध संचालक सुनील मिश्रा, ओपीजे ग्रुप के डीन रामकृष्ण त्रिवेदी ने राज्य द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं का विशेष उल्लेख किया।