भिलाई। कॉमर्स गुरू एवं लायन्स क्लब ऑफ दुर्ग के अध्यक्ष डॉ संतोष राय ने आज कहा कि भिन्न क्षमता वाले बच्चों के सपने हमारे सपनों से कहीं बड़े होते हैं। हमारा सपना जहां सादा होता है वहीं इनके सपनों के कई आयाम होते हैं। इसलिए इन्हें विकलांग कहना उचित नहीं है। हमें इन्हें भिन्न क्षमता वाले बच्चे कहना चाहिए। डॉ राय यहां प्रयास श्रवण विकलांग संस्थान के वार्षिक खेलकूद समारोह को विशिष्ट अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के सपनों में रंग भरने के लिए चार दशक पूर्व लायन जीसी जैन ने एक प्रयास किया जो प्रयास के नाम से ही आगे बढ़ता रहा और आज इसके झोली में कई उपलब्धियां हैं। (वीडियो देखें) >>>उन्होंने इसके लिए बच्चों, उनके अभिभावकों के साथ ही इन बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाने वाले शिक्षकवृंद को भी बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उनके भाषण को बच्चों तक दुभाषिए ने पहुंचाया।
आयोजन की मुख्य अतिथि श्रीमती अनिता अग्रवाल ने लायंस क्लब के इस प्रोजेक्ट की प्रशंसा करते हुए उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया जो इन बच्चों के लिए कुछ करने के लिए आगे आए हैं। उन्होंने लायन विपिन बंसल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनमें लोगों को जोडऩे की अद्भुत क्षमता है जिसकी वजह से अस्वस्थ रहने के बावजूद वे इस कार्यक्रम में शामिल हो पाईं।
मंच पर लायन जीसी जैन, लायन लक्ष्मीनारायण रज्जानी, श्रीमती रोजिन्दर सहित अनेक लायन पदाधिकारी मौजूद थे। अतिथियों ने इस अवसर पर बच्चों को विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में मिली उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत भी किया। इनमें केजी 1 एवं 2 मेढक दौड़ में लखबीर, हिब्जा व दानेश्वर, पहली-दूसरी में बस्ता दौड़ बालक – बलदाऊ, राजीव एवं कुंदन, बालिकाएं शीतल, हर्षलता एवं विद्या, तीसरी चौथी के लिए कुर्सी दौड़ बालक सत्य, करण एवं मनीष, बालिका – नवरीन, आराधना एवं श्रद्धा क्रमश: प्रथम द्वितीय एवं तृतीय रहीं। इसी तरह कक्षा पांचवी एवं छठवीं रस्सी दौड़ बालक – सागर वैष्णव, सत्यजीत राय, थानेश्वर नेतास्वामी, बालिका – खुशबू बानो, लवली सुरयारे तथा किरण यादव क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रहीं।
सातवीं एवं आठवीं सुई धागा दौड़ बालक में शुभम सिंह, कोमल एवं सिद्धार्थ, बालिका – दुर्गा, गायत्री, निदा बानो, नवमीं से 12वीं के लिए आयोजित खो-खो बालक – आकाश, जयंत, उमाशंकर, त्रिवेन्द्र, बलजीत, जितेन्द्र, संतोष पाठक, प्रदीप, ऋषभ साहू, हमुशा एवं धन्नू तथा बालिका वर्ग में ओमश्रद्धा, रेणुका, सुषमा, शुचिस्मिता, डिगेश्वरी, सीतू एवं राजकुमारी की टीम ने विजय हासिल की।