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नियुद्ध के करातेबाजों ने दिखाया दम

Jan 30, 2015

niyuddha self defenceभिलाई। नियुद्ध सेल्फ डिफेंस एंड एजुकेशनल सोसायटी के बच्चों ने राष्ट्रीय मंचों पर स्टाइल एवं ओपन केटेगरी में स्वर्ण जीतकर इस्पात नगरी का नाम रौशन किया है। संस्था द्वारा भिलाई एवं रायपुर के स्कूलों में कराटे एवं आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाती है जिसमें अनेक प्रकार के मार्शल आट्र्स का समावेश होता है। वर्ष 2014 नियुद्ध के लिए खास उपलब्धियों से भरा रहा। मई 2014 में खंडाला में आयोजित वल्र्ड शोटोकान कराते डो के 12वें राष्ट्रीय कैम्प एवं चैम्पियनशिप स्पर्धा में नियुद्ध की 21 सदस्यीय टीम ने भाग लिया जिसमें सात बालिकाएं एवं 12 बालक शामिल थे। >>niyuddha self defenceइस प्रतियोगिता में अजय खरे ने स्वर्ण एवं अश्विनी भावरे, आकाश चंद्रा, कुमारी प्रतिभा केवट ने रजत पदक जीता। इसके अलावा अभिषेक भावरे, रित्विक लाहिरी एवं अनुभव ने कांस्य पदक जीता। टीम के अन्य खिलाडिय़ों में लक्ष्य चंद्राकर, मिलिन्द सिंह, उदित कुमार चुरेन्द्र, हरीश साहू एवं तन्मय सोनी तथा बालिका टीम में विपशना साहू, प्रतिभा केवट, कला जंघेल, गीता यादव, पिंकी सोना एवं कीर्ति ध्रुव शामिल थीं। प्रमुख प्रशिक्षक सेन्साई शैबाल लाहिरी, कोच संगीता लाहिरी थे। नियुद्ध के प्रशिक्षक सौरभ लाहिरी इस ईवेन्ट में रेफरी थे।
राष्ट्रीय शोटोकान कराते फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में अगस्त 2014 में नागपुर में राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया गया। इसमें नियुद्ध के चार बालकों ने गोल्ड तथा पांच बालकों ने सिल्वर जीता। स्वर्ण जीतने वालों में सौरभ, रित्विक, अजय खरे, उदित चुरेन्द्र तथा रजत जीतने वालों में अश्विनी, मिलिन्द, आकाश, लक्ष्य एवं अभिषेक शामिल हैं। बालिका वर्ग में भी टीम ने दो स्वर्ण, तीन रजत तथा एक कांस्य पदक जीते। स्वर्ण जीतने वालों में प्रतिभा केवट, विपशना एवं रजत जीतने वालों में कला जंघेल, पिंकी सोना एवं कीर्ति ध्रुव शामिल हैं। कांस्य पदक सिया सेन ने जीता। इस प्रतियोगिता में नियुद्ध के प्रमुख प्रशिक्षक शैबाल लाहिरी को बेस्ट कोच का अवार्ड भी दिया गया।
शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2014-15 में भी नियुद्ध के खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन किया। रित्विक लाहिरी ने स्वर्ण, आकाश चंद्रा, लक्ष्य एवं अभिषेक ने रजत तथा उदित एवं मिलिन्द ने कांस्य पदक जीता। वहीं बालिका टीम की कला, कीर्ति एवं दुर्गा ज्योति ने स्वर्ण, गीता यादव ने रजत तथा सिया सेन ने कांस्य पदक जीता।
जनवरी 2015 में राष्ट्रीय कराते कप चैम्पियनशिप का आयोजन आगरा में किया गया। नियुद्ध के खिलाडिय़ों ने इसमें अच्छा प्रदर्शन किया। टीम की भारती सोना व पिंकी सोना को स्वर्ण, कला जंघेल, गीता यादव, दुर्गा साहू एवं अर्चना नायक को रजत तथा ज्योति गायकवाड़ एवं कीर्ति ध्रुव को इस प्रतियोगिता में कांस्य पदक मिला।
कराते एसोसिएशन ऑफ इंडिया (काई) की ओपन प्रतियोगिता का आयोजन दिसम्बर 2014 में दिल्ली मेें हुआ। इसमें नियुद्ध के सौरभ लाहिरी को स्वर्ण, रित्विक को कांस्य पदक मिला।
18 दिसम्बर 2014 को आयोजित ऑल स्टाइल ओपन कराते में नियुद्ध के रित्विक राहिली एवं आकाश को स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ। इसी प्रतियोगिता में सौरभ, अश्विनी, अजय एवं उदित ने रजत पदक जीता।
नियुद्ध के मुख्य प्रशिक्षक शैबाल लाहिरी 1981 से कराते का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। वे शोटोकान स्टाइल के 5 डैन ब्लैक बेल्ट हैं। इसके अलावा शितोरियु स्टाइल में 3 डैन ब्लैक बेल्ट हैं। वल्र्ड कराते फेडरेशन की तरफ से भी उन्हें 3 डैन ब्लैक बेल्ट अवार्ड किया जा चुका है। वे अखिल भारतीय रेफरी तथा जज हैं। 1981 से 2005 तक वे ईएस कुमार की शागिर्दी करते रहे। इसके बाद शक्राजीत चौधरी से शोटोकान स्टाइल सीखा। साथ ही सेन्साई अरविन्द मेहरोत्रा से आईकिडो का प्रशिक्षण प्राप्त किया। भिलाई में रिसाली दशहरा ग्राउंड, सेक्टर-4 स्थित अपने निवास तथा राधिका नगर दुर्गा पूजा पंडाल में तथा रायपुर के मायाराम सुरजन स्कूल में उनकी कक्षाएं चलती हैं।

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