दुर्ग। शासन की अनुमति के बिना तथा गैर मान्यता प्राप्त (non affiliated) राज्य के बाहर के शिक्षा संस्थान यदि राज्य में अध्ययन केंद्र या सेंटर खोलकर छात्र-छात्राओं को फर्जी डिग्री (fake degrees) उपलब्ध कराते हैं तो उन पर कड़ी कार्यवाही की जावेगी तथा उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज होगी। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशीलचन्द्र तिवारी ने बताया कि जिले में यदि इस तरह के फर्जी संस्थान विद्यार्थियों को भ्रमित कर संचालित हो रहे हैं तो उन पर कड़ी कार्यवाही की जावेगी। Read moreविद्यार्थियों को ऐसे संस्थान में प्रवेश नहीं लेना चाहिए। यादि ऐसे किसी संस्थान में प्रवेश् लिया है या वे ठगी का शिकार हुए हैं तो वे इसकी शिकायत महाविद्यालय के हेल्प डेस्क (help desk) पर कर सकते हैं। विद्यार्थी प्रवेश के पहले ऐसे संस्थानों की जांच पड़ताल कर लेवें इसके लिए वे महाविद्यालय में सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भी गैर मान्यता प्राप्त फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची अपनी वेबसाइट में प्रदर्शित की है। जिले में ऐसे फर्जी संस्थानों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जावेगी। विद्यार्थियों से अपील है कि वे ऐसे संस्थानों में प्रवेश लेने के पहले उनकी मान्यता, संबद्धता की पड़ताल कर लेवें।