भिलाई। छत्तीसगढ़ से 2017 में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी छिनने संबंधी दैनिक नईदुनिया की खबर भ्रामक तथा कोरी अफवाह है। छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ के सदस्य बशीर खान ने उक्ताशय का प्रेसनोट जारी कर इसे गैरजिम्मेदाराना एवं आंध्रप्रदेश राज्य ओलम्पिक संघ के पदाधिकारी की करतूत बताया है। प्रेस नोट में अपने भारतीय ओलम्पिक संघ की सामान्य सभा का सदस्य होने का हवाला देते हुए बशीर अहमद खान ने बताया कि इस खबर को पढऩे के बाद उन्होंने भारतीय ओलम्पिक संघ के महासचिव राजीव मेहता से दो बार चर्चा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में भारतीय ओलम्पिक संघ में छत्तीसगढ़ राज्य से तीन व्यक्ति सामान्य सभा के सदस्य हैं। इनमें मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ ओलम्पिक एसोसियेशन, बलदेव सिंह भाटिया, महासचिव, छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ, विक्रम सिंह सिसोदिया, कार्यकारिणी सदस्य, भारतीय ओलम्पिक संघ एवं उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ तथा वे स्वयं कोषाध्यक्ष, भारतीय हैंडबाल महासंघ एवं उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ है। Read More
उन्होंने कहा कि राजीव मेहता ने उक्त समाचार को भ्रामक बताया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने विशेष रुचि लेकर 37वीं राष्ट्रीय खेल के आयोजन कराने हेतु वर्ष 2010 में ही 2 करोड़ की रॉयल्टी मनी भारतीय ओलम्पिक संघ को जमा कर दी गई है। छत्तीसगढ़ शासन के खेलमंत्री, खेल सचिव एवं खेल आयुक्त राष्ट्रीय खेल को गंभीरता से लेते हुये आयोजन संबंधित प्रस्तावों पर चर्चा कर क्रियान्वित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ ने 37वीं राष्ट्रीय खेल का आयोजन कराने में किसी भी प्रकार की असमर्थता जाहिर नहीं की गई है। जबकि 36वीं राष्ट्रीय खेल का आयोजन का निर्णय गोवा सरकार द्वारा पूर्ण रुप से नहीं लिया गया है जबकि छत्तीसगढ़ सरकार ने यह भी प्रस्ताव रखा है कि अगर गोवा सरकार राष्ट्रीय खेल आयोजन कराने में असमर्थ है तो छत्तीसगढ़ राज्य 36वीं राष्ट्रीय खेल का आयोजन करने के लिये तैयार है।
छत्तीसगढ़ में 37वाँ नेशनल गेम्स हो भी पाएगा कि नई, और होगा तो कब होगा, और होना चाहिए तो 36वाँ नेशनल गेम्स होना चाहिए, कम से कम इतिहास में लिखा तो जायेगा की 36वाँ नेशनल गेम्स छत्तीसगढ़ में हुआ है, ये जनरल नॉलेज वाली बात भी रहेगी, परीक्षा में ये प्रश्न भी पूछ सकते है 36वाँ नेशनल गेम्स किस राज्य में हुआ..! धन्यवाद