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युवा दृष्टि पर 40 कालेजों के प्राचार्यों ने किया मंथन

Feb 12, 2016

trividha1दुर्ग। युवा दृष्टि अभियान एवं युवा नीति के निर्धारण पर केन्द्रित कार्यशाला में 40 से अधिक महाविद्यालयों के प्राचार्यों, प्राध्यापकों, छात्र संघ प्रतिनिधियों ने मंथन किया। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यशाला में राष्ट्रवादी विचारक दीपक बिसपुते मुख्य वक्ता थे। श्री बिसपुते ने युवा पीढ़ी को तन, मन एवं धन से राष्ट्र की सेवा करने की सलाह दी। उन्होंने युवाओं को रचनात्मक कार्य से जुडऩे को कहा। उन्होंने भारतीय इतिहास को चिरन्तर बताते हुए युवा पीढ़ी से आग्रह किया कि वे समूचे विश्व से आतंकवाद एवं नक्सलवाद जैसी समस्याओं के निराकरण हेतु जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण कार्य करने में अपनी भूमिका निभायें। Read More
trividhaस्वामी विवेकानंद एवं महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े अनेक प्रेरक प्रसंगों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि शासन अथवा प्रशासन को जिम्मेदार ठहराने के बजाय युवा पीढ़ी को स्वयं उस समस्या के निवारण हेतु अपने स्तर पर प्रयास करना चाहिए। गरीबी, स्वास्थ्य, कुपोषण, शिक्षा जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्ष हेतु युवाओं को आगे आना चाहिए। नेत्रदान, रक्तदान जैसेे महत्वपूर्ण कार्यों हेतु आगे आने के लिए श्री दीपक ने उपस्थित युवाओं का आव्हान किया।
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी शलभ कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रतिदिन कम से कम एक घंटा अपने समाज एवं देश के लिए अवश्य दें। निरन्तर पढऩे की आदत को प्रोत्साहित करने पर बल देते हुए श्री सिन्हा ने इसे सफलता का मूल मंत्र बताया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को स्वप्न अवश्य देखना चाहिए तथा उस स्वप्न को पूर्ण करने हेतु लक्ष्य निर्धारित प्रयास करना चाहिए। हम समाज में जो बदलाव चाहते है पहले उसे अपने अंदर लाना चाहिए। युवाओं को जिम्मेदार नागरिक, बेटा, भाई बनने का प्रयास करना चाहिए। श्री सिन्हा ने युवा पीढ़ी को प्रतियोगी परीक्षाओं से भयभीत न होकर उसके लिए ईमानदारीपूर्वक प्रयास करने का आव्हान किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने प्रधानमंत्री द्वारा चलाये जा रहे युवा नीति-युवा दृष्टि अभियान की महत्ता का विश्लेषण करते हुए कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य अच्छे नागरिक तैयार कर साम्प्रदायिक सद्भाव गढऩा है। समाज में जागरूक युवा वर्ग की नितांत आवश्यकता है।
कार्यक्रम की संचालक डॉ. अंजली अवधिया ने कार्यशाला के उद्देश्यों की जानकारी पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से दी। कार्यशाला की संयोजक डॉ. सपना शर्मा ने बताया कि राज्य योजना आयोग द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रदेश की युवा नीति तैयार की जायेगी। इस संबंध में युवाओं के विचार जानने हेतु ग्रामीण अंचल से लेकर शहरों तक तथा विद्यालयों से लेकर विश्वविद्यालयों तक विभिन्न संगोष्ठी एवं कार्यशालायें आयोजित होंगी।
समाज शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र चौबे ने युवा दृष्टि अभियान के पांच प्रमुख बिंदुओं की जानकारी देते हुए शिक्षा की गुणवत्ता विकास, मजबूत एवं युवा पीढ़ी तैयार करना, मादक द्रव्यों से युवा पीढ़ी को बचाना जैसे ज्वलंत मुद्दों पर उपस्थित युवाओं को आगे आने का आव्हान किया। डॉ. राजेन्द्र चौबे ने प्राथमिक शाला स्तर पर शिक्षकों को बालकों के मनोविज्ञान संबंधी गहन प्रशिक्षण दिये जाने की आवश्यकता भी बतायी।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में युवा दृष्टि अभियान के 5 प्रमुख बिंदुओं पर आधारित समूहों में प्राचार्यों, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों को विभक्त किया गया। रोजगार पर केन्द्रित प्रथम समूह में डॉ. महेश चंद्र शर्मा, डॉ. हंसा शुक्ला, डॉ. अलका मिश्रा एवं साथी तथा द्वितीय समूह में स्वास्थ्य एवं स्वस्थ्य युवा पर आधारित समूह में डॉ. आनंद विश्वकर्मा, डॉ. राधा पाण्डेय, डॉ. कल्पना शर्मा सामाजिक समरसता पर आधारित तृतीय समूह में देव संस्कृति महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुमन बलियान एवं डॉ. कुबेर सिंह गुरूपंच, डॉ. अंगीरा श्रीवास्तव, डॉ. देवहुति तिवारी तथा चतुर्थ समूह में राजनीति एवं प्रशासन में युवाओं की भागीदारी पर चर्चा में डॉ. जेहरा हसन, डॉ. एल.आर.वर्मा, डॉ. मीनाक्षी अग्रवाल, डॉ. आरती गुप्ता तथा पंचम समूह में सामाजिक न्याय में युवाओं की भूमिका विषय पर चर्चा में डॉ. के.के. अग्रवाल, डॉ. डी.आर.भावनानी शामिल थे।
कार्यशाला में दुर्ग शहर के 40 से अधिक महाविद्यालय के प्राचार्यों, प्राध्यापकों एवं छात्रसंघ पदाधिकारियों तथा छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। समूहों द्वारा की गयी प्रस्तुतियों में प्रथम समूह में वैशाली नगर कालेज के प्राचार्य, डॉ. महेश चंद्र शर्मा ने युवाओं को रोजगार, द्वितीय समूह में सौरभ ने युवाओं में स्वास्थ्य, तृतीय समूह में सेन्ट्रल इंजीनियरिंग कालेज के जीवेश उपाध्याय ने सामाजिक समरसता तथा चतुर्थ समूह में शंकराचार्य कालेज के दिव्यांश अग्निहोत्री ने राजनीति और प्रषासन में युवाओं की भूमिका तथा पंचम समूह में सांई कालेज के डॉ. डी.बी. तिवारी ने सामाजिक न्याय में युवाओं की भूमिका पर प्रस्तुतिकरण दिया।

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