भिलाई। कला मंदिर में आयोजित कौशल सप्ताह के अंतर्गत मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं को काउंसलिंग के माध्यम से नौकरी प्रदाय की गई। नौकरी पाकर इन युवाओं के चेहरे खिल गए। हॉस्पिटल सेक्टर में रहने वाली के. बसंत कुमारी ने बताया कि उसने साढ़े चार माह तक नर्सिंग में नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त किया। यह उसकी पहली नौकरी है और इसे पाकर वह काफी प्रसन्न है। इसी तरह रजनी खलखो ने बताया कि उसने मशरूम उत्पादन में प्रशिक्षण प्राप्त किया है और अब हर माह 5-6 हजार रूपए तक की कमाई कर रही है। कौशल विकास की जानकारी मिलने पर अपने भविष्य के प्रति सचेत स्कूल में पढऩे वाले बड़ी संख्या में स्कूली छात्र और छात्राएं भी पहुंची। उन्होंने यहां के विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी ली और बताया कि वे मोबाईल रिपेयरिंग, हेयर स्टाइल, ब्यूटी पार्लर तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में जाना चाहते हैं। कार्यक्रम में नियोजन की दृष्टि से पहुंचे एसआईएस इंडिया लिमिटेड के अधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में सिक्योरिटी गार्ड की काफी जरूरत है। आज इस आयोजन के दौरान उन्होंने 11 सिक्योरिटी गार्ड की भर्ती की है। मेडिकल प्लेसमेंट सेक्टर की प्रभारी अधिकारी डॉ. सांवत ने बताया कि मेडिकल सेक्टर में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं और आज यहां 63 युवाओं की मेडिकल के विभिन्न पदों पर भर्ती की गई है। इस आयोजन में एसआईएस इंडिया के द्वारा सिक्योरिटी गार्ड के 11 पद, ड्राइवर के 2 पद और सुपरवाईजर के 1 पद पर भर्ती की गई। बीआईएमएस भिलाई द्वारा ऑफिस ब्यॉय के 7 पद, एडमिन के 2 पद, कम्प्यूटर के 2 पद और काउंसलर के 6 पद पर भर्ती की गई।
राजकुमार सिखाता है अब दूसरों को हुनर
कभी अपने लिए रोजगार और कौशल की तलाश करने वाला राजकुमार मांडे अब मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से प्रशिक्षित होकर न केवल अपना खुद का व्यवसाय कर रहा है बल्कि वह दूसरों को कौशल का प्रशिक्षण देते हुए वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडर बन गया है। महज एक साल पहले उसने अर्चना कौशल विकास भिलाई से टेलरिंग में प्रशिक्षण प्राप्त किया था। अब वह करीब 50 विद्यार्थियों को टेलरिंग का प्रशिक्षण दे चुका है और अपने रोजगार के साथ-साथ दूसरों के जीवन को भी संवार रहा है।