भिलाई। पद्मश्री नेलसन द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में ‘अखिल भारतीय मुंशी प्रेमचन्द सम्मान 2016’ का आयोजन किया गया। इस वर्ष यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदेश के हिन्दी तथा छत्तीसगढ़ी के समीक्षक साहित्यकार व छत्तीसगढी़ की प्रथम नियमित त्रैमासिक पत्रिका ‘छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर’ के संपादक नंद किशोर तिवारी, बिलासपुर को दिया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें 11,000 रू की नगद राशि, स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र, प्रेमचन्द आईकन शाल एवं श्रीफल प्रदान किया गया।
समाजसेवा के क्षेत्र में प्रशंसनीय कार्यों के लिए इस वर्ष का ‘मदर टेरेसा सम्मान 2016’ श्रीमती पुष्पा रविन्द्र शिर्कें एवं मरियम्मा कौशिक को दिया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें 1100 रू की नगद राशि, स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र, शाल एवं श्रीफल प्रदान किया गया तथा श्री एस.पापाराव को कला के क्षेत्र में उनके योगदान हेतु ‘कलाश्री सम्मान 2016’ दिया गया । सम्मान स्वरूप उन्हें 5000 रू की नगद राशि, स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र, शाल एवं श्रीफल प्रदान किया गया।
इस आयोजन के पीछे पद्मश्री नेलसन का एकमात्र उद्देश्य यह है कि इन महान व्यक्तित्वों के आदर्शों एवं सिद्धांतों से वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराना, उन्हें प्रेरित करना तथा इन्हें आत्मसात करने वाले समर्पित शख्सियतों का सम्मान करना। समारोह का आयोजन पद्मश्री जे.एम.नेलसन एवं कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ.सुधीर शर्मा के संयुक्त तत्वावधान में 6 अगस्त, शनिवार को कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर 7, भिलाई के सभागार में किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि- प्रो.के.एल.वर्मा, पूर्व निदेशक-केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, नई दिल्ली , अध्यक्षता – डॉ.महेशचन्द्र शर्मा, प्राचार्य शास. दानवीर तुलाराम महाविद्यालय,उतइ, विशिष्ट अतिथि- डॉ.एस.एन.द्विवेदी,वरिष्ठ प्राध्यापक,कल्याण स्नातकोत्र महाविद्यालय एवं मुख्य वक्ता प्रख्यात कथाकार श्री कैलाश वनवासी थे। इस अवसर पर महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए ‘मुंशी प्रेमचन्द की कहानियों की प्रासंगिकता विषय पर निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था, जिसमें प्रथम, द्धितीय एवं तृतीय विजेताओं को क्रमश: 501, 301 एवं 151 रू नगद राशि,मेडल एवं सभी प्रतिभागिओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। प्रारंभ में पद्मश्री नेलसन ने स्वागत भाशण देते हुए पुरस्कारों का कमवार वितरण किया। संचालन कू.ईजा मारिया नेलसन ने तथा हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ.सुधीर षर्मा ने आभार प्रकट किया। यह समारोह संस्कृति विभाग के सहयोग से संभव हो सका।