भिलाई। रात के कोई आठ बज रहे थे। सेक्टर-7 की सड़क 24 पर पश्चिम की तरफ से एक बाइक आती है। हेडलाइट की रोशनी में उसका चेहरा नहीं दिख रहा है। बाइक थोड़ी धीमी होती है, हल्के से विस्फोट की आवाज होती है सामने के मकान की स्टील की खिड़की बज उठती है। दरवाजा खुलता है और बच्चे बाहर आकर देखते हैं। फिर वे वापस अंदर चले जाते हैं। यह निवास है श्रीकंचनपथ के संपादक राजेश अग्रवाल का।घटना बुधवार देर शाम की है। घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में बाइक का फुटेज आ गया है। बाइक के गुजरने के साथ ही खिड़की में हुई जोरदार आवाज भी रिकार्ड हुई है। हालांकि घटना को उस समय किसी ने भी कोई महत्व नहीं दिया था। बच्चों ने सोचा था कि किसी शरारती तत्व ने पत्थर मारा होगा। जिस खिड़की से आवाज आई थी उसके ठीक दूसरी तरफ श्री अग्रवाल की बेटी पढ़ाई कर रही थी। उसने कहा कि जोर से पत्थर टकराने जैसी आवाज आई थी। रात को बात यूं ही आई गई हो गई थी।
सुबह जब पत्रकार का पुत्र अपनी स्कूटी निकालने गया तो उसके स्टैण्ड के पास पड़ी वस्तु पर उसकी नजर गई। वह एक अद्भुत वस्तु थी। एक पीतल का खोल और उसमें फंसा मुड़ा तुड़ा सा सीसा। ठीक वैसा जैसा कि गोलियों में होता है। उसने तुरन्त पापा को आवाज दी और उनका ध्यान उस वस्तु की तरफ आकर्षित किया। श्री अग्रवाल को भी वह वस्तु गोली जैसी ही लगी। उन्होंने तुरन्त सेक्टर-6 कोतवाली पुलिस को खबर दे दी।
फायरिंग की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेश अग्रवाल और थाना प्रभारी अलेक्जेंडर कीरो मौके पर पहुंच गए। उन्होंने गोलीनुमा वस्तु का निरीक्षण किया और उसे जांच के लिए आयुध शाखा को भेजने का फैसला किया। हालांकि उन्होंने बताया कि यह किसी फायरआर्म से नहीं चली है। ऐसी स्थिति में पीछे के खोल में फायरिंग पिन होता है और वह फायरआर्म में या उसके पास ही रह जाता है। आगे सिर्फ शीशे वाला भाग जाता है। इसे हो सकता है एयर पिस्टल या स्प्रिंग वाले किसी पिस्तौल से चलाया गया हो। जिस रफ्तार से यह चली है वह घातक हो सकती थी। हालांकि पुलिस को वह स्थान नहीं मिला जहां गोली टकराई थी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज अपने साथ ले गई है और उसका विवेचन कर रही है।
इसके बाद सीएसपी वीरेन्द्र सतपथी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी मौका मुआयना किया। आयुध विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट में उसे 315 कैलिबर का बुलेट ही बताया गया है। पुलिस ने मामले को संवेदनशील मानते हुए पत्रकार श्री अग्रवाल के आवेदन पर अज्ञात लोगों के खिलाफ दहशतगर्दी का मामला दर्ज कर लिया है।
8:00 बजे गोली चलना चिंताजनक
श्री अग्रवाल ने बताया कि वे अखबारनवीस हैं। हो सकता है कि किसी खबर से नाराज होकर किसी ने यह हरकत की हो। उन्होंने कहा कि हालांकि इस बार किसी को निशाना नहीं बनाया गया है किन्तु दहशत पैदा करने की कोशिश तो की ही गई है। यदि कुछ लोग रात के आठ बजे घनी आबादी बस्ती में ऐसी हिम्मत कर सकता है तो यह चिंता का विषय है।