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हर व्यक्ति को एहसास हो कि वह देश के लिए खड़ा है

Jan 24, 2017

डिजिधन मेला में बोली इस्पात मंत्री विरेन्द्र सिंह चौधरी
digidhanदुर्ग। केन्द्रीय इस्पात मंत्री विरेन्द्र सिंह चैधरी ने कहा कि प्रजातंत्र में हर व्यक्ति को एहसास होना चाहिए कि वह देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। 500-1000 रूपए की नोटबंदी ने देश के नई दिशा दी है। नोटबंदी और कैशलेस से प्रजातंत्र के अंदर स्वच्छ वातावरण बनेगा। साथ ही भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर विराम लगेगा। इससे एक देश मेरा देश बनाने में मदद मिलेगी। केन्द्रीय मंत्री श्री चौधरी कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए भिलाई के कला मंदिर में आयोजित डिजिधन मेला कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णु देव साय ने की।
digidhan1केन्द्रीय मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को बदलने की जरूरत है। जब तक देश की अर्थव्यवस्था नहीं बदलेगी तब तक देश का विकास संभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजों से राजनीतिक आजादी के बाद 562 रियासतों को एकजुट कर मजबूत बनाने की कठिन चुनौती थी। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने दृढ-संकल्प से राजनीतिक रूप से एकत्रित कर देश को मजबूत बनाने का कार्य किया। इसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था में हर व्यक्ति को भागीदार बनाने विकास से जोडऩे के लिए नोटबंदी का ऐतिहासिक फैसला लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच और कल्पना से जहां पहले केवल 3 करोड़ 40 लाख बैंक खाते थे वहीं प्रधानमंत्री जन-धन योजना के बाद हर व्यक्ति का अपना बैंक खाता होगा। परिणामस्वरूप बैंक खाताधारियों की संख्या केवल दो वर्ष में 24 करोड़ तक पहुंच गई है। नोटबंदी और कैशलेस से फिजूल खर्ची पर रोक लगने के साथ ही भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर भी अंकुश लगेगा।
मंत्री श्री चौधरी ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से निकलने वाले 1000 के नोट में से केवल 33 प्रतिशत नोट ही चलन में थे और 67 प्रतिशत नोट काला धन जमा करने वाले लोगों के घर में कैद होकर रह गए थे। इसी प्रकार 500 के नोट में 35 प्रतिशत नोट ही प्रचलन में रह गए थे, बाकी 65 प्रतिशत नोट कुछ चुनिंदा जमाखोरों के घरों तक सीमित हो गए थे। जिसे देखते हुए नोटबंदी का फैसला लिया गया। इससे देश में गरीबी, पिछड़ेपन को दूर कर विकास की दिशा को गति देने में बल मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे देश के छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और वे व्यापार जगत में खड़ा होकर अपना व्यवसाय कर सकेंगे। यह कदम देश के गरीबों, किसानों को तरक्की की राह में ले जाएगा। देश की तकदीर और तस्वीर बदलेगी और आर्थिक प्रगति व विकास में मदद मिलेगा।
मंत्री श्री चौधरी ने कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयास के लिए कलेक्टर श्रीमती आर. शंगीता की सराहना की। कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए इससे संबंधित विडियो का प्रदर्शन एलसीडी प्रोजेक्टर के माध्यम से किया गया। कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए आयोजित जिंगल्स, स्लोगन, नारा, पोस्टर, प्रतियोगिता के विजेताओं एवं इस क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले व्यापरिक संस्थाओं और लोगों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि नोटबंदी का फैसला कालाधन, भ्रष्टाचार और नक्सलवाद पर रोक लगाने मदद करेगा। इससे लोगों को नगद भुगतान से होने वाली परेशानी से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए की जा रही उपायों की भी जानकारी दी। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि पहली बार इस तरह का आयोजन हुआ है जिसमें जेब में बिना नगद पैसे के भी कुछ भी खरीददारी करने का प्रयास किया गया है। लोग डिजिटल भुगतान के माध्यम से खरीददारी कर रहे हैं। देश में आजादी के बाद अनेक एतिहासिक फैसलों में से नोटबंदी का फैसला देश के विकास और भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने में मदद करेगा।
कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, संसदीय सचिव लाभचंद बाफना, विधायक वैशाली नगर विद्यारतन भसीन, हरियाणा राज्य की विधायक श्रीमती प्रेमलता चैधरी, जिला पंचायत की अध्यक्ष माया बेलंचदन, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव संजय शुक्ला, सेल के चेयरमेन टी.के. सेन, पण्डवानी गायिका पद्मश्री श्रीमती तीजन बाई, समाज सेविका श्रीमती फुलबासन बाई सहित कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए सार्थक पहल करने वाले विभिन्न क्षेत्रों से नागरिकगण, व्यापारीगण और बड़ी संख्या में जिला प्रशासन के अधिकारी, नागरिकगण उपस्थित थे।
15 हजार विजेताओं का किया गया चयन
देश में कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार के द्वारा लक्की ड्रा योजना भी लागू की गई है। डिजिटल भुगतान के लिए प्रोत्साहन एवं पुरस्कार के तहत रू-पे कार्ड, यूपीआई, एईपीएस, यूएसएसडी के द्वारा 50 रूपए से लेकर 3000 हजार रूपए तक के लेन-देन पर पुरस्कार दिया जा रहा है। इसके तहत ग्राहकों के लिए प्रतिदिन निकाले जाने वाले ड्रा भी डिजिधन मेला में निकाला गया और 15 हजार लोगों को चिन्हित किया गया है। विजेताओं उपभोक्ताओं के खाते में 24 घंटे के अंदर राशि जमा कर दी जाएगी।
यह पुरस्कार उपभोक्ताओं एवं व्यापारियों के लिए अलग-अलग श्रेणी में रखा गया है। जिसके तहत ग्राहकों के लिए 100 दिन तक प्रतिदिन ड्रा निकालकर 15 हजार लोगों को एक-एक हजार रूपए दिया जाएगा। इसी तरह साप्ताहिक ड्रा में 7 हजार लोगों को एक-एक लाख रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा। अंतिम लक्की-ड्रा डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को निकाला जाएगा। जिसमें प्रथम पुरस्कार के रूप में एक करोड़ रूपए, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 50 लाख रूपए एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में 25 लाख रूपए दिए जाएंगे।
इसी प्रकार कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए अपना योगदान देने वाले व्यापारियों को प्रति सप्ताह 7 हजार व्यापारियों को एक लाख रूपए के पुरस्कार दिए जाएंगे। अंतिम ड्रा 14 अप्रैल 2017 को निकाला जाएगा। जिसमें प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 लाख रूपए, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 25 लाख रूपए एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में 12 लाख रूपए दिए जाएंगे।
तीजन व फुलबासन ने कैशलेस से खरीदी सामग्री
पण्डवानी गायिका पद्मश्री श्रीमती तीजन बाई एवं समाज सेविका श्रीमती फुलबासन बाई ने शहरी आजीविका मिशन के तहत स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित बांस शिल्प की खरीददारी कर कैशलेस भुगतान किया। उन्होंने लोगों को कैशलेस भुगतान करने प्रेरित किया। उन्हें स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका सम्मान किया गया।

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