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बारात में रूप बदलकर आते हैं भोलेनाथ

Feb 17, 2017
Shivratriबाबा भोलेनाथ अपनी बारात

शिवरात्रि पर निकलेगी बारात, 101 झांकियां होंगी शामिल

भिलाई। बोलबम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष दया सिंह का मानना है कि बाबा भोलेनाथ अपनी बारात मेें रूप बदलकर अवश्य शामिल होते हैं। उनके साथ उनके गण भी होते हैं। न जाने वे किस रूप में आकर जीवन सफल कर जाएं, मुक्ति का मार्ग प्रशस्त कर जाएं। इसीलिए पिछले 8 वर्षों से वे शिवजी की बारात निकाल रहे हैं। दया सिंह ने बताया कि बचपन से ही भोलेनाथ उनके आराध्य रहे हैं। शिव दर्शन के लिए वे महाकाल की नगरी उज्जैन, विश्वनाथ की नगरी काशी, बैजनाथ की नगरी देवघर, कामाख्या पीठ की यात्रा करते रहे हैं। वहां भव्य बारात निकलती है। देश विदेश के नर नारी बड़ी संख्या में चण्ड-मुण्ड बनकर नृत्य करते हैं। इसी से प्रेरित होकर उन्होंने भिलाई में शिवजी की बारात निकालने की ठानी।
श्रमिक परिवार में जन्मे दया सिंह के मित्र भी सामान्य परिवारों से ही थे पर बाबा के आशीर्वाद से उन्होंने 8 साल पहले पहला आयोजन किया। इसमें 30 झांकियों ने हिस्सा लिया। बढ़ते बढ़ते यह संख्या इस वर्ष 110 झांकियों की हो गई है। एक एक झांकी में 40 सदस्य होते हैं। इसमें हाथी, घोड़ा, ऊंट, रीछ, भूत-पिशाच, राक्षस आदि गण भी शामिल होते हैं। डीजे की धुन पर ये नृत्य करते हैं। प्रसिद्ध मंडलियां भजन कीर्तन करती हैं। हथखोज के इंदिरानगर शिव मंदिर से निकालकर बारात खुर्सीपार शिव पार्वती मंदिर पहुंचती है जहां भोलेनाथ और माता पार्वती के विवाह समारोह का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी शिवरात्रि के दिन 24 फरवरी को यह आयोजन होगा जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। इससे पहले 19 फरवरी को एक विशाल आमंत्रण रैली का भी आयोजन किया गया है। इसमें देवबलोदा से शिवनाथ तक स्थापित 181 शिव मंदिरों के जत्थे शामिल होंगे।

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