श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में एनएसएस कार्यशाला
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में सामाजिक सदभाव राष्ट्रीय एकता एवं मानव अधिकार पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों के लिये प्रशिक्षकों की प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन भारत सरकार, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान, श्री पैरम्बदुर के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय भोपाल एवं छत्तीसगढ़ एनएसएस स्टेट सेल द्वारा दुर्ग विश्वविद्यालय के संगठन व्यवस्था के तहत किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशक रासेयो क्षेत्रीय निदेशालय डीएन गढ़वाल, राज्य एनएसएस अधिकारी एवं पदेन उपसचिव उच्च शिक्षा विभाग डॉ. समरेन्द्र सिंह, अध्यक्ष श्री गंगाजली शिक्षण समिति आईपी मिश्रा, उपकुलसचिव, दुर्ग विष्वविद्यालय भूपेन्द्र कुलदीप, डीएस डब्लू दुर्ग विश्वविद्यालय विकास पंचाक्षरी, कार्यक्रम समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना दुर्ग विश्वविद्यालय डॉ. आरपी अग्रवाल, भारत सरकार, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय एनएसएस एच के शर्मा, महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह एवं अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव मंच पर आसीन थे।
महाविद्यालय के छात्रों द्वारा सामाजिक सदभाव पर नाटक प्रस्तुत किया गया। आरंभ में डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने बताया कि हमारा उद्देश्य नैतिकता स्थापित करना है। आज समाज में सदभावाना सदाचार नैतिकता और कौशल विकास की विशेष आवश्यकता है। जो एनएसएस के द्वारा ही संभव है। कार्यक्रम व्यवस्था के लिए उन्होंने महाविद्यालय परिवार को धन्यवाद दिया और एक कहानी के माध्यम से कार्यशाला का उद्देश्य भी स्पष्ट किया। भूपेन्द्र कुलदीप ने अपने व्यक्त्व्य में कहा कि दुर्ग विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ये पहला कार्यक्रम है जो अपने उद्देश्य पूर्ति में निश्चित ही सफल होगा।
आईपी मिश्रा ने कहा कि समाज में समाजिक सदभाव स्थापित करना आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने रामायण के राम वनवास का उल्लेख किया। डॉ. समरेन्द्र सिंह ने शिक्षक एवं छात्रहित में ऐसे कार्यक्रम के आयोजन को महत्वपूर्ण बताते हुए समय पर भी विशेष ध्यान रखने को कहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गढ़वाल ने कहा कि एनएसएस कार्यकर्ताओं का उद्देश्य बिना किसा दिखावे के समाज सेवा करना है और यह सभी के व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक है। डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि महाविद्यालय में एनएसएस की दो यूनिट कार्यरत है जो अपने उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए राज्य में प्रथम स्थान पर है। महाविद्यालय की प्राचार्या ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि सबके योगदान और परिश्रम से ही हम सफलता की ऊंचाइयों को छूने में कामयाब हुये है। कार्यक्रम में छ.ग. राज्य के अतिरिक्त महाराष्ट्र, उड़ीसा एवं बिहार के प्रशिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. विनय शर्मा (दुर्ग विष्वविद्यालय, दुर्ग) ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्रशिक्षु, छात्र छात्राये एवं प्राध्यापकगण उपस्थित थे।