महाशिवरात्रि पर वृंदावन में बैठक, दो पार्टियों सहित 9 संगठनों ने मिलाया हाथ
दुर्ग। छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस सेटिंग से सत्ता चला रहे हैं। पब्लिक में ये एक दूसरे के खिलाफ हैं पर हकीकत में मिल बांटकर छत्तीसगढ़ को लूट रहे हैं। इसका प्रभावी विरोध करने के लिए सभी छत्तीसगढ़ हितैषी संगठनों को एकजुट होना होगा। उक्त उद्गार छत्तीसगढ़ शिवसेना प्रमुख धनंजय सिंह परिहार ने होटल वृंदावन में व्यक्त किए। वे छत्तीसगढ़ महासंग्राम परिषद के बैनर तले एकजुट हुए 9 संगठनों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम सभी अपनी अपनी पारी खेल चुके हैं और अब भी अपने अपने स्तर पर छत्तीसगढ़ के हितों की रक्षा करने के लिए प्रयासरत हैं। पर हमारी कोशिशें बिखरी हुई हैं और हम प्रभावी नहीं हो पा रहे हैं। यदि हम सब मिलकर साझा प्रयास करें तो न केवल नतीजे आएंगे बल्कि हम छत्तीसगढ़ की राजनीति को भी प्रभावित कर पाएंगे।
महाशिवरात्रि पर होटल वृंदावन के लॉन में हुई इस बैठक में छत्तीसगढ़ महासंग्राम परिषद का गठन कर लिया गया। इसमें अभी दो राजनीतिक समेत कुल 9 संगठन शामिल हुए हैं। 29 मार्च को इसकी विधिवत घोषणा कर दी जाएगी। परिषद छोटे छोटे संगठनों को नेतृत्व प्रदान करेगा तथा सभी संगठन स्वतंत्र इकाइयों की तरह अपना काम करते हुए एक दूसरे को ताकत देंगे।
बैठक में आम सहमति से परिषद के पदाधिकारियों का चयन किया गया। छत्तीसगढ़ शिव सेना के अध्यक्ष धनंजय सिंह परिहार इसके अध्यक्ष एवं आजाद जनता पार्टी के अध्यक्ष राजेश तिवारी इसके महासचिव होंगे। वरिष्ठ अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता शकील अहमद सिद्दीकी इसके संयोजक होंगे।
श्री परिहार ने कहा कि हम सभी अपने अपने स्तर पर भ्रष्टाचार का मुकाबला कर रहे हैं और अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। पर हमारी व्यक्तिगत क्षमताएं सीमित हैं। यदि हम एक दूसरे का हाथ पकड़कर कंधे से कंधा मिलाते हुए लड़ाई लड़ें तो बेहतर नतीजे दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाने में हम सभी की भूमिका रही है। राज्य का बजट सौ गुना बढ़कर 73 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया है पर गरीब और अंतिम व्यक्ति की हालत जस की तस बनी हुई है। दोनों राष्ट्रीय दल सेटिंग से चुनाव लड़ रहे हैं और जनता का पैसा लूट रहे हैं।
परिषद के महासचिव एवं आजाद जनता पार्टी के अध्यक्ष अधिवक्ता राजेश तिवारी ने कहा कि यह एक ऐसा गठबंधन होगा जिसमें सभी संघटकों की अपनी पहचान सुरक्षित रहेगी। हम एक साझा कार्यक्रम को लेकर एकजुट होंगे और जनता की प्रत्येक लड़ाई मिलकर लड़ेंगे।
छत्तीसगढ़ संघर्ष परिषद के अध्यक्ष एवं परिषद के संयोजक शकील अहमद सिद्दीकी ने कहा कि अब किसी भी समस्या पर एक अकेला ज्ञापन नहीं जाएगा बल्कि एक साथ दस ज्ञापन लगेंगे। समस्या को कोई एक व्यक्ति या संगठन नहीं बल्कि दस संगठन मिलकर उठाएंगे। इससे शासन प्रशासन पर दबाव बनेगा और काम होने लगेंगे।
बैठक में सर्वधर्म सेवा मंच के अध्यक्ष प्रतीक भोई, छत्तीसगढ़ श्रमिक संगठन के अध्यक्ष प्रकाश चंद्र राय, छत्तीसगढ़ जनहित संगठन के अध्यक्ष सुरेश रत्नानी, आक्रमण के अध्यक्ष विकास अवस्थी, भारतीय दिली विश्वास पार्टी के अध्यक्ष महेश यादव, मतदाता अधिकार मंच के अध्यक्ष गुरुदर्शन सिंह लांबा, शिवराम केशरवानी, सुरेन्द्र यादव, ओमप्रकाश साहू, सनी देशमुख, एचएन सिंह, कामिल रॉबर्ट, जयप्रकाश सिंह, प्रतीक भोई, बी चंन्द्रशेखर, प्रेमशंकर महिलांग, शिवसेना के प्रदेश सचिव रेशम जांगड़े उपस्थित थे।