भिलाई। टाउनशिप के सेन्ट्रल एवेन्यू पर प्रति रविवार होने वाले कार्यक्रम ‘तफरीÓ में इस बार अपोलो बीएसआर के विशेषज्ञों ने सीपीआर की ट्रेनिंग आम जनों को दी। सीपीआर वह तरीका है जिससे बंद हो चुके दिल की धड़कनों को दोबारा शुरू किया जा सकता है। इस कला को हर किसी को सीखना चाहिए। नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा प्रायोजित तफरी की यह तीसरी कड़ी थी। कार्यक्रम में अपोलो बीएसआर की वरिष्ठ स्टाफ सलोमी एमरोज ने डमी की सहायता से लोगों को सीपीआर के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी कारण से कोई बेहोश हो गया है और उसकी नब्ज रुकने लगी है या धड़कनें महसूस नहीं हो रही हैं तो उसे सीपीआर देना चाहिए। उन्होंने बताया कि सीपीआर देने वाले को अपने दोनों हाथों की हथेलियों को एक दूसरे पर जमा कर सीने पर जहां दिल होता है, ठीक उसके ऊपर रखना होता है। इसके बाद 30 तक गिनती गिनते हुए उसे पूरी शक्ति से सीने को दबाना होता है। यदि मरीज जमीन पर लेटा हुआ है तो सीपीआर देने वाले को घुटनों पर बैठकर ऐसा करना चाहिए। ध्यान रहे कि सीपीआर देने वाले के अपने शरीर का संतुलन बना रहे और शरीर का ज्यादा से ज्यादा वजन हाथों के जरिए रोगी के सीने पर असर करे।