दुर्ग। बासीन की गरीब बुजुर्ग महिला श्रीमती मंगलीन बाई मार्केण्डेय नया राशन कार्ड बनाने को लेकर कई बार आवेदन देते रही है। लेकिन हर बार उनके हाथ निराशा लगती रही है। इस बार उन्होंने लोक सुराज अभियान के प्रथम चरण में अपने गांव में आयोजित आवेदन संकलन शिविर में 27 फरवरी को आवेदन दिया था। अधिकारियों द्वारा जांच करने पर पात्र पाया गया और उन्हें आज प्राथमिकता परिवार वाले नीले रंग का राशन कार्ड प्रदाय किया गया है। महिला ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि अब उन्हें ग्राम के और लोगों की तरह नियमित रूप से राशन मिलने लगेगा, इससे उन्हें खाने की चिंता दूर हुई है। इसके अलावा उन्हें एक लीटर मिट्टी तेल और मुफ्त में एक किलो अमृत नमक भी सरकार की ओर से मिलेगा। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में उनका पति और वे दोनों बुजुर्ग ही रहते हैं। अधिक उम्र होने के कारण वे मजदूरी करने में समर्थ नहीं है ऐसे में उन्हें काम नहीं कर सकने के बाद भी पेट भरने के लिए छोटा-मोटा काम करना पड़ता था। महिला ने बताया कि जब 2012 में राशन कार्ड बनाया जा रहा था उस समय वह गांव में नहीं थी इस कारण से उसका राशन कार्ड नहीं बन पाया था। अब उनका राशन कार्ड बन गया है। इसके लिए उन्होंने सरकार के मुखिया डॉ. रमन सिंह के प्रति आभार प्रकट किया है।