अगर आप फिटनेस लवर हैं और बॉडी टोन्ड व शेप में रखने के लिए नियमित रूप से जिम जाते हैं तो एक काम आपको भूलकर भी नहीं करना चाहिए। जिम जाने वालों के पेनकिलर्स नहीं खाना चाहिए। एक स्टडी के मुताबिक नियमित रूप से पेनकिलर आइबूप्रोफेन लेने से व्यक्ति की मांसपेशियों का विकास धीमा पड़ जाता है। स्वीडिश शोधकर्ताओं ने पाया कि ये दवाएं मांसपेशियों की हीलिंग प्रोसेस में हस्तक्षेप करती है जो कि वर्कआउट के बाद इसे बढ़ने से रोकती है। स्टॉकहोम के करोलिंस्का इंस्टीट्यूट के डॉ. टॉमी लुंडबर्ग इस बेहद दिलचस्प निष्कर्षों के पीछे है। टीम ने फिर कुछ वैरिएबल्स जैसे मसल्स ग्रोथ, स्ट्रेंथ और एंटी-इन्फ्लेमेटरी मार्कर को मापा। निष्कर्षों में पाया गया कि आठ सप्ताह बाद, मांसपेशियों की मात्रा में हुई वृद्धि उनके मुताबिक दोगुनी थी जो कि पेनकिलर्स लेते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक उन्होंने आइबूप्रोफेन के प्रभाव को परखा क्योंकि बाजार में यह सबसे अधिक अध्ययन की हुई एंटी- इंफ्लेमेटरी ड्रग है। यह स्टडी तब आई जब जून में एक अध्ययन में खुलासा हुआ कि जिम जाने वाले और वेट लिफ्टिंग करने वाल डिमनेशिया से बच सकते हैं।