भिलाई। छत्तीसगढ़ के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के 80 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर कहा कि ओम् शब्द में पूरा ब्रह्माण्ड समाहित है। इस संस्था का मंत्र है ओम शांति। 80 वर्ष पूर्व जब विश्व वैज्ञानिक आपूर्ति के लिए कार्य कर रहा था तब प्रजापिता ब्रह्मा ने आध्यात्मिक संस्था का गठन कर इसकी बागडोर महिलाओं को सौंपी। श्री पाण्डेय ने कहा कि मन को शांत करना आसान कार्य नहीं है। संस्था द्वारा इस दिशा में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। शांत एवं स्थिर मनुष्य से ही विश्व की रक्षा, पर्यावरण की रक्षा और वैश्विक बंधुत्व का भाव कायम हो सकता है।इस अवसर पर पूर्व विधायक बदरूद्दीन कुरैशी, सुप्रसिद्ध भजन गायक प्रभजंय चतुर्वेदी, नीको के प्रेसिडेंट संग्राम स्वेन उपस्थित थे।
संस्था कि 80 वर्षों की सफल यात्रा को सुंदर लाईट एंड साउंड शो के माध्यम से दिखाया गया। रौशन डांस एकेडमी की बालिकाओं द्वारा मनमोहक हृदयस्पर्शी नृत्य प्रस्तुत किया गया।
इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर संस्था की 80 वर्षों की यात्रा पर आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस भव्य प्रदर्शनी में विभिन्न स्टॉल पर प्रदर्शित महाभारत के गीता ज्ञान देते परमात्मा का मॉडल, शिक्षाप्रद, जीवन परिवर्तन से विश्व परिवर्तन, नारी सशक्तीकरण को दर्शाया गया है। वन गॉड वन वल्र्ड फैमिली का स्वचलित विशाल मॉडल, पिरामिड, आकर्षण का मुख्य केन्द्र है।
नि:स्वार्थ सेवा, ईश्वर के साथ संबंध, त्याग तपस्या व समर्पण भाव, सर्व के प्रति रहम के प्रेरणादायी चित्र आंतरिक शक्ति प्रदान करती है। ट्रिपल एस स्टॉल नारी शक्ति महिलाओं एवं कन्याओं द्वारा संचालित विश्वव्यापी पांचों महाद्वीपों में कार्यरत एक मात्र संस्था की मुख्य प्रशासिका एक सौ दो वर्षीय दादी जानकी को समर्पित है। संस्था के छोटे से पौधे को विशाल वट वृक्ष में परिवर्तन का वैल्यू ट्री सबकां आकर्षित करता है।
आओ स्वयं को पहचानो में मानव स्वभावों एवं आओ चले नई दुनिया की ओर स्टॉल रोमाचिंत करता है। इसी के साथ आंतरिक सुरक्षा से देश की सुरक्षा, ग्राम उत्थान से राष्ट्र उत्थान, फैमिली वैल्यूज़, युवा सशक्तीकरण के स्टॉल दर्शनीय है।