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कृष्णप्रिया राष्ट्रीय अवार्ड : सिनेमैटिक प्रस्तुतियों के नाम रहा दूसरा दिन

Dec 19, 2017

भिलाई। सेक्टर-4 में चल रही कृष्णप्रिया राष्ट्रीय अवार्ड प्रतियोगिता एवं अखिल भारतीय नृत्य एवं संगीत प्रतियोगिता में दूसरे दिन देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे बच्चों से लेकर बड़ों ने एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति दी। दूसरा दिन गायन व वादन के नाम रहा। जिसमें फिल्मी गीतों से लेकर शास्त्रीयता में निबद्ध प्रस्तुतियों ने दर्शकों को बांधे रखा। उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को कला वैभव सम्मान दिया गया। कृष्णप्रिया कथक केंद्र दुर्ग-भिभिलाई। सेक्टर-4 में चल रही कृष्णप्रिया राष्ट्रीय अवार्ड प्रतियोगिता एवं अखिल भारतीय नृत्य एवं संगीत प्रतियोगिता में दूसरे दिन देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे बच्चों से लेकर बड़ों ने एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति दी। दूसरा दिन गायन व वादन के नाम रहा। जिसमें फिल्मी गीतों से लेकर शास्त्रीयता में निबद्ध प्रस्तुतियों ने दर्शकों को बांधे रखा। उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को कला वैभव सम्मान दिया गया। इन प्रस्तुतियों में सिनेमेटिक डांस मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। जिसमें ‘पिया तोसे नैना लागे’ से लेकर ‘कोई शहरी बाबू लहरी’ और ‘छम्मा-छम्मा’ से लेकर ‘मैं नाचूं आज छम छम’ तक की प्रस्तुतियों ने दर्शकों की तालियां बटोरी। देर रात तक कलाकारों की प्रस्तुतियां चलती रहीं।
कृष्णप्रिया कथक केंद्र दुर्ग-भिलाई की संचालक उपासना तिवारी ने बताया कि सोमवार को सुबह से अर्धशास्त्रीय संगीत की प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें नागपुर, जबलपुर, कोलकाता, असम व खैरागढ़ के कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। दोपहर में सिनेमैटिक एवं वेस्टर्न परफार्मेंस दी गई। दूसरे दिन के निर्णायकों में रीतेश शर्मा, सुदीप्ता सरकार, बी. ऐश्वर्या, विनोद शंकर, पीटी उल्लास कुमार और अश्विन वर्मा थे।  इसके पहले कृष्णप्रिया महोत्सव में 17 दिसंबर की शाम को की-बोर्ड, गिटार, वायलिन एवं बांसुरी वादन में शास्त्रीय व अर्धशास्त्रीय प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मनमोह लिया। प्रतियोगिता देर रात 11 बजे तक चली। जिसमें स्थानीय कलाकारों के साथ दूसरे राज्यों के कलाकारों ने भी भाग लिया। विजेता प्रतिभागियों को प्रभंजय चतुर्वेदी, नीलांजना मुरली एवं निर्णायकगण तरूण पहाड़े, हेमंत पंडा, अश्विनी वर्मा एवं इकबाल ने सम्मानित किया।
प्रस्तुतियों में की-बोर्ड सिनेमेटिक में प्रथम प्रिशा कठाले, द्वितीय ऋषि चटर्जी, तृतीय विभोर ए. सोनटके, जसराज सिंह व प्रियांश सिंघल, जूनियर वर्ग में प्रथम पार्थ शेंडे,द्वितीय पैरिश मुसले, तृतीय हर्षित गांगुली व आर्यन टी. शांडिल्य, सीनियर वर्ग में प्रथम जतिन गोराडा, द्वितीय हर्ष कर्मकार व तृतीय सेजल पांडेय रहे। दूसरे दिन कला वैभव सम्मान प्राप्त करने वाले कलाकारों में स्नेहाशीष पाणिग्रही, एन. श्रीनिधि, अन्वेषा मैजरवार, इशांत शिखर बास्के, प्रखर मित्तल, इशान वैद्य, सौमय आर्य, वी. साहिति,इश्मित सिंह धंजल, पी. अन्वेष, तनिष्क बत्रा, तेजस महेश, ऋतिका सिंह कटोच, विश्रुत पराकुलंगरा, जसलीन कौर धंजल और तेजस्वी साहू शामिल हैं।
सेमी क्लासिकल गायन सब जूनियर में प्रथम श्रीषा प्रमोद फाड़तारे, माउथ आर्गन ओपन एज में प्रथम शैलेष मोगरे, बांसुरी सब जूनियर में द्वितीय यथाक्त कुर्म, सितार जूनियर में उज्ज्वल हिरवानी-कला वैभव सम्मान, सीनियर में प्रथम आशुतोष सहाय, गिटार सब जूनियर में दित्या गुप्ता कला वैभव सम्मान, गिटार सीनियर युगल में ओजस-रूद्राक्ष तृतीय, वायलिन में सब जूनियर में श्रुति सिन्हा तृतीय, जूनियर में तमन्ना पाटिल द्वितीय व सीनियर में जयता गांगुली को कला वैभव सम्मान प्रदान किया गया।

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