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बच्चे होशियार चाहिए तो ऐसे करें पत्नी का चुनाव

Dec 23, 2017

यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे होशियार हों और खूब नाम रौशन करें तो ऐसे लोगों को गोरी, सुन्दर पत्नी ढूंढने के बजाय मेधावी पत्नी की तलाश करनी चाहिए। शोध से यह साबित हो चुका है कि बच्चे में मां से ही बुद्धिमत्ता के गुणसूत्र आते हैं। बच्चे के मेधावी होने में इसका 40-60 फीसदी तक हाथ होता है। बाकी उसे परिवेश से मिलते हैं। बच्चे के मेधावी होने में पिता के गुणसूत्रों का योगदान न के बराबर है।यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे होशियार हों और खूब नाम रौशन करें तो ऐसे लोगों को गोरी, सुन्दर पत्नी ढूंढने के बजाय मेधावी पत्नी की तलाश करनी चाहिए। शोध से यह साबित हो चुका है कि बच्चे में मां से ही बुद्धिमत्ता के गुणसूत्र आते हैं। बच्चे के मेधावी होने में इसका 40-60 फीसदी तक हाथ होता है। बाकी उसे परिवेश से मिलते हैं। बच्चे के मेधावी होने में पिता के गुणसूत्रों का योगदान न के बराबर है। चूहों पर किए गए शोध में सेरेब्रल कॉर्टेस में पैतृक जीन्स नहीं मिले, दिमाग के इसी हिस्से से आपकी तार्किकता, प्लानिंग और भाषा की समझ नियंत्रित होती है।
महिलाओं में दो & क्रोमोसोम मौजूद होते हैं। जबकि पुरुषों में एक। अमेरिका की वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की रिसर्च की मानें तो मां से ही औलाद में बुद्धिमानी के गुण आते हैं। ‘कंडीशंड जीन्सÓ तभी सक्रिय और काम करते हैं जब वो मां के जरिए औलाद में आते हैं। आप कितने होशियार हैं, इसके लिए यही जीन्स जिम्मेदार होते हैं। लैब में जेनेटिकिली मोडीफाइड चूहिया पर की गई रिसर्च से ये पता चला कि मातृ जीन्स आने से नए चूहों का सिर बड़ा होने के साथ ही दिमाग भी दूसरे चूहों के मुकाबले ज्यादा बड़ा पाया गया। वहीं नर चूहे से ये जीन्स आने पर दिमाग का आकार छोटा और शरीर दूसरे चूहों के मुकाबले बड़ा पाया गया। शोधकर्ताओं ने उन कोशिकाओं की पहचान की, जिसमें केवल मातृ या पैतृक जीन शामिल थे और वो चूहों के दिमाग के अलग-अलग 6 हिस्सों में मौजूद थे। इस जीन की मदद से ही खाने-पीने की आदतें और आपकी याददाश्त का नियंत्रण होता है।
इस रिसर्च में ये साफ हुआ कि केवल जेनेटिक्स ही होशियारी या बुद्धिमानी मापने का पैमाना नहीं है। वैज्ञानिकों की मानें तो आप कितने होशियार हैं, इसका चालीस से साठ फीसद हिस्सा ही वंशानुगत होता है। बाकी बातें आप किस परिवेश में रह रहे हैं। उससे तय होती हैं।

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