भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ ‘विविधा’ द्वारा वल्र्ड हेल्थ डे पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक आफरीन खानम द्वारा लेक्चर एवं विडियो के माध्यम से यह बताया गया कि पीरियड्स के दौरान खून का रंग देखकर वह यह पता लगा सकती हैं कि वह कितनी स्वस्थ हैं।पीरियड्स के दौरान खून का रंग पैड में गुलाबी दिखाई देता है तो स्त्री में रक्त का बहाव कम हुआ है और गर्भावस्था से पहले किसी प्रकार का इनफेक्शन हुआ है। पैड में संतरा रंग दिखने पर शरीर में किसी प्रकार का संक्रमण हो सकता है और उस समय पीरियड्स के समय गंदी बदबू आती है। गहरा भूरा रंग स्वास्थ पिरियड्स की ओर इशारा करता हैं। लाल रंग सामान्य की ओर संकेत करता हैं।
पीरियड्स के समय रक्त का बहाव ज्यादा या कम हो दोनो ही स्थिति मे 4-6 घंटे के बीच पैड बदलते रहना चाहिए अगर पीरियड्स के समय खुजली और खारिस महसूस हो रही हो तो नारियल या बादाम के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
पीरियड्स के समय सफाई मे लापरवाही बरतने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान महाविद्यालय की प्राचार्या एवं महिला प्रकोष्ठ के अन्य प्राध्यापकगण उपस्थित थे। महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा पूरे सप्ताह मासिक चक्र के समय साफ-सफाई पर जागरूक कार्यक्रम गोदग्राम खपरी में सम्पन्न हुआ।