भिलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मात्र 1 सेन्टीमीटर छोटी मूर्ति लिम्का एवं गोल्डन बुक आॅफ द वर्ल्ड रिकार्ड पुरस्कृत कलाकार अंकुष देवांगन ने बनाई है। उनकी हार्दिक इच्छा है कि श्री मोदी के भिलाई आगमन पर यह प्रतिमा उन्हें भेंट दें, ताकि सेल की ध्वजवाहक ईकाई भिलाई इस्पात संयंत्र के यादगार रुप में यह कला सदा उनके साथ रहे। मैडम तुसाद संग्रहालय इंग्लैंड में उनकी मोम की आदमकद प्रतिमा तो है ही, पर मोदी जी की इतनी छोटी प्रतिमा शायद पूरे विश्व में कहीं नहीं है। कलाकार ने उच्च शिक्षामंत्री प्रेमप्रकाश पांडे से अपील की है कि इस सुन्दर कलाकृति को प्रधानमंत्री को देने में मदद करें। भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवा विभाग-हार्टीकल्चर में कार्य करने वाले कलाकार अंकुश देवांगन अपने सूक्ष्मतम कलाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हैं। दुनिया की सबसे छोटी मूर्तियां बनाने के लिए उन्हें 2003 में लिम्का बुक आॅफ द रिकार्ड का पुरस्कार मिल चुका है। मोदी की इस सबसे छोटी मूर्ति को उन्होने संगमरमर पत्थर में तराशकर लगभग दो सप्ताह की मेहनत से तैयार किया है, जिसे कमल के फूल पर स्थापित किया है। उन्होंने इसे अपने नाखून पर रखकर फोटो खिचवाया है, इसके नेपथ्य में वे स्वयं भी दिख रहे हैं। वे 25 वर्ष से सूक्ष्म मूर्ति एवं चावल के दानों पर पेन्टींग बना रहे हैं, जिसकी देष भर में 500 से ज्यादा सफल प्रदर्शनी कर चुके हैं, इसके अलावा इंग्लैंड के बर्मिंघम में भी उन्होंने अपनी कला का लोहा मनवाया है। भिलाई के सिविक सेंटर का कृष्ण अर्जुन रथ, भिलाई होटल की नटराज प्रतिमा भी उनकी ही कृतियां हैं। उनके निरंतर श्रेष्ठतम कलाकार्यों पर सुप्रसिद्ध माडर्न आर्ट चित्रकार व आर्ट एंड साइंस डायरेक्टर डी.एस. विद्यार्थी, रुआबांधा पार्षद राजेन्द्र रजक, प्रसिद्ध समाजसेवी-विमान भट्टाचार्य, रमेश भारती, प्रवीण कालमेघ, संयोजिका-रुपा साहू, अनीता जैन, प्रेमचंद साहू, गिरीश कुमार, धीरज, जीवन लाल साहू तथा निर्माता-पूर्णानंद देवांगन ने बधाई दी है।