रायपुर। लड़कियों को स्वरोजगार के काबिल बनाने के लिए केंद्र सरकारी कन्या हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों में सौंदर्य निखारने के गुर सिखाने की अनुमति दी है। कन्या पाठशालाओं में लड़कियों के लिए इसी साल से ‘ब्यूटी एंड वेलनेस की पढ़ाई होगी। पंडित सुुंदरलाल शर्मा व्यावसायिक संस्थान भोपाल ने इस कोर्स की डिजाइन की है। इसे 9वीं से बारहवीं तक वोकेशनल संकाय के अंतर्गत राज्य में पहली बार लागू किया जा रहा है। राज्य के 155 स्कूलों में इस बार दो नये ट्रेड पर वोकेशनल की पढ़ाई होगी इसमें पहला ब्यूटी एंड वेलनेस और दूसरा ट्रेड इलेक्ट्रॉनिक्स है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के संचालक एस प्रकाश के मुताबिक इस कोर्स के माध्यम से छात्राओं को रोजगार के काबिल बनया जाएगा। कैरियर विशेेषज्ञों के मुताबिक इस फील्ड में विश्व स्तर पर कॅरियर बनाने के ढेरों अवसर मिलते हैं। मेट्रो शहरों में लड़कियां कॉस्मेटोलॉजिस्ट, मेकअप प्रोफेशनल्स, हेयर एक्सपर्ट, नेल एक्सपर्ट, ब्यूटी मैनेजर, ब्यूटी थेरेपिस्ट, कलर थेरेपिस्ट बन सकती हैं। इसके अलावा फैशन इंडस्ट्री में भी काम करने का मौका मिलेगा। उच्च स्तर की पढ़ाई के लिए ‘ब्यूटी एंड वेलनेस में छह महीने के शॉर्ट टर्म कोर्स के साथ विभिन्न विवि या संस्थान में डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध है।
भारत सरकार के स्किल्ड इंडिया के तहत अभी राज्य के स्कूलों में आइटी अथवा आइटीज ट्रेड 164 स्कूलों में, रिटेल 45 में, हेल्थकेयर 286 में, एग्रीकल्चर 31 में, बीएफएसआई 72 में, मीडिया एंटरटेनमेंट 63 में और टेलीकॉम ट्रेड 71 स्कूलों में चल रहा है। कुल 391 स्कूलों में ये ट्रेड चल रहे हैं, लेकिन कई स्कूलों में एक नहीं, बल्कि विभिन्न ट्रेड चल रहे हैं।
70 प्रतिशत मिलेगा प्रैक्टिकल में वेटेज : ‘ब्यूटी एंड वेलनेस वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई में छात्राओं को को 70 प्रतिशत अंक का प्रैक्टिकल में वेटेज मिलेगा। 30 फीसदी अंक का थ्योरी एग्जाम होगा। वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई प्रत्येक विद्यार्थी को न्यूनतम 200 घंटे स्कूल में करनी है। गौरतलब है कि वोकेशनल ट्रेड में आईटी के लिए 12 लाख रुपए, रिटेल तीन लाख रुपए, एग्रीकल्चर दो लाख रुपए, हेल्थ केयर 20 लाख रुपए, टेलीकम्यूनिकेशन पांच लाख रुपए, बीएफएसआई पांच लाख रुपए और मीडिया एंटरटेनमेंट लैब के लिए 4.30 लाख रुपए का फंड स्कूलों को मिल रहा है।