भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्मिकों के डीएनए में इनोवेशन कल्चर उत्पन्न हो चुका है। यही वजह है कि बीएसपी के प्रत्येक शॉप में नित नये मॉडिफिकेशन किये जा रहे हैं। सृजनशीलता की कई मिसाल कायम कर चुके भिलाई की इस्पात बिरादरी ने देश-विदेश में अपना परचम लहराया है। इसी क्रम में एसएमएस-1 की इलेक्ट्रिकल की टीम ने अपनी क्रिएटिविटी दिखाते हुए कई महत्वपूर्ण मॉडिफिकेशनों को अंजाम दिया है। उप महाप्रबंधक प्रभारी (विद्युत) बी आर वर्मा तथा उप महाप्रबंधक द्वय बी टुडु एवं सी खान के मार्गदर्शन व नेतृत्व में इलेक्ट्रिकल व मेकेनिकल की संयुक्त टीम द्वारा विभिन्न मॉडिफिकेशनों को अंजाम दिया गया। इन क्रिएटिव सजेशन को क्रियान्वित करने वाले सृजनशील टीम के सदस्य हैं उप प्रबंधक (विद्युत) मुकेश केलकर, राजकुमार धुरंधर, भरतलाल ठाकुर, मनोेज कुमार मेश्राम, अरूण कुमार, ललित कुमार एवं श्री बलीराम।इस टीम ने शॉप फ्लोर की विभिन्न समस्याओं को चिन्हांकित कर उन्हें दूर करने की बीड़ा उठाया और विगत वर्षों में इसे अपने प्रयासों व आंतरिक संसाधनों के प्रयोग से दूर करने में सफलता पाई। इन मॉडिफिकेशनों में प्रमुख रूप से शामिल हैं: स्ट्रिपर क्रेन के पुशर मोटर के इलेक्ट्रिकल प्लगिंग सिस्टम में सुधार जिससे इसके मोटर में आने वाले ब्रेकडाउन को कम कर क्रेन की उपलब्धता में वृद्धि की गई। इसी प्रकार स्ट्रिपर क्रेन के लुब्रीकेशन व एयरकंडीशन सिस्टम में सुधार कर ब्रेकडाउन में भारी कमी लाई गई। इसके साथ ही स्ट्रिपर क्रेन 4 व 5 में लगे लुब्रीकेशन सिस्टम के मोटर के कपलिंग व फिक्शिंग अरेंजमेंट में मॉडिफिकेशन कर इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की गई। इसी प्रकार हाईप्रेशर पम्पहाउस व ड्रेनेज पम्पहाउस के ड्रेन पम्प्स का आॅटोमेशन किया गया जिससे पानी भराव की समस्या से निजात पाते हुए फर्नेस डाउन-टाइम को न्यूनतम किया गया।
अपने सृजनशील कार्यों की इस कड़ी में इस टीम ने मिक्सर बैरल में माइक्रो लिमिट स्विच की स्थापना कर गाइड बाक्स एवं गाइड बाक्स कवर के मध्य होने वाले विचलन की मॉनिटरिंग की व्यवस्था की। इस हेतु आवश्यक सर्किट का निर्माण आंतरिक संसाधनों द्वारा कर स्थापना की गई।
इस टीम द्वारा किये गये कार्यों से उत्पादन-उत्पादकता में वृद्धि होने के साथ ही सुरक्षा-संवर्धन में भी आशातीत सफलता प्राप्त हुई है। इसके अतिरिक्त कार्यों के सरलीकरण व सुरक्षित आॅपरेशन को सुनिश्चित करने में मदद मिली।