भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में पालक संघ का गठन किया गया। कार्यक्रम की एजेण्डा बताते हुये पालक संघ प्रभारी डॉ. श्रीमती रजनी मुदलियार ने बताया, विद्यार्थियों में शैक्षणिक अभिरुचि बढ़ाने हेतु पालक की राय जानना, विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित आंतरिक मूल्यांकन के बारे में जानकारी देना, अनुशासन व्यवस्था व कक्षा में विद्यार्थियों की उपस्थित के बारे में पालकों की राय जानना आदि मुद्दों पर चर्चा करने के लिये पालक शिक्षक की बैठक का आयोजन किया गया।महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने पालकों को सम्बोधित करते हुये कहा विद्यार्थियों की शैक्षणिक अभिरुचि व रोजगारमूलक प्रशिक्षण देने के लिये जीएसटी, एनयूएसएसडी एवं पर्सनाल्टी डेवलपमेंट की कक्षायें संचालित की जाती हैं। उन्होंने पालकों से आग्रह किया वे विद्यार्थियों को सम्मलित करने के लिये प्रेरित करें। पालकों ने अपनी राय व्यक्त करते हुये कहा आंतरिक मूल्यांकन की तिथि एवं मॉडल परीक्षा का टाईम-टेबल पालकों को भी भेजा जाना चाहिए, जिससे परीक्षा की जानकारी उन्हें हो व अपने बच्चों को तैयारी के साथ परीक्षा देने के लिये प्रोत्साहित कर सके।
पूरक आये विद्यार्थियों के पालकों ने नाराजगी व्यक्त की कि सप्लीमेंट्री का समय-सारणी आ गया है पर पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट नहीं आया है। विद्यार्थी तैयारी कैसे करेंगे। इस पर प्राचार्य ने पालक को समझाया पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट विश्वविद्यालय द्वारा निकाला जाता है इस पर महाविद्यालय कुछ नहीं कर सकता।
महाविद्यालय द्वारा संचालित अतिरिक्त कोर्स जीएसटी, एनयूएसडी की सराहना करते हुये पालकों ने कहा इस तरह के कोर्स का आयोजन किया जाना चाहिए इससे छात्रों को नये-नये विशयों की जानकारी मिलती है। समय-समय पर पालक शिक्षक संघ की मिटिंग कराते रहना चाहिए जिससे विद्यार्थियों की उपलब्धियों के बारे में पता चलता है।
पालक समिति का गठन किया गया, जिसके सदस्य इस प्रकार है- अध्यक्ष के.वी. लक्ष्मी, उपाध्यक्ष श्रीमती भावना चैहान, सचिव अनुल मजगौरी तथा सदस्य राजपाल सिंह व आरआर श्रीधर। कार्यक्रम में पालक शिक्षक संघ के सदस्य स.प्रा. आरती गुप्ता, स.प्रा. मीना मिश्रा, स.प्रा. डॉ. अजीता सजीत, स.प्रा. डॉ. ज्योति उपाध्याय व महाविद्यालय के प्राध्यापक उपस्थित हुये।