भिलाई। भारत में मानवाधिकार देश के बड़े आकार और आबादी, व्यापक गरीबी, उचित शिक्षा की कमी और इसकी विविध संस्कृति से जटिल मुद्दा है, भले ही यह दुनिया का सबसे बड़ा संप्रभु, धर्म निरपेक्ष और लोकतांत्रिक शासन है। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों ने आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन के तहत मानवाधिकार दिवस मनाया। निबंध प्रतियोगिता विषयों को कवर किया गया है कि कैसे भारत में लिंग भेद भाव होता है और अंतत:आधुनिक विचार प्रक्रिया कैसे बदलती है, इस प्रकार लिंग समानता और शिक्षा काअधिकार लाती है।प्रतियोगिता में 167 छात्रों ने भाग लिया। 3 विजेताओं को कॉलेज से प्रमाण पत्र दिए गए थे।प्रचार्य और निदेशक डॉ रक्षा सिंह अतिरिक्त निदेशक डॉ दुर्गा प्रसाद राव और आई क्यू ए सी समन्वयक श्री संदीप जशवंत और आई क्यू ए सी टीम इस अवसर पर उपस्थित थे।