भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में बायोटेक्नालाजी विभाग के द्वारा बायोटेक्नालाजी प्रयोगशाला में खेल खेल में बहुत ही आसान तरीके से पादप कोशिकाओं से आनुवांशिक पदार्थ अर्थात डी. एनए को पृथक करना सिखाया गया। विभागाध्यक्ष श्रीमती अर्चना सोनी ने केले के फल से डीएनए को पृथक किया जिसमे उन्होंने शैम्पू एवं अल्कोहल का उपयोग किया। विद्यार्थियों को यह बड़ा ही रोचक लगा कि इतने आसान तरीके से आनुवांशिक पदार्थ को हम अपनी नग्न आंखों से देख सकते है। विद्यार्थियों ने स्वयं प्रयोग करके इस प्रक्रिया को समझा। महाविद्यालय की प्राचार्या एवं निदेशक डा. रक्षा सिंह तथा अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे दुर्गा प्रसाद राव ने इस प्रयोग की सराहना की एवं विभाग को इस तरह के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित किया।