दुर्ग। आत्मविश्वास ही सफलता का मूलमंत्र है। कोविड-19 की इस संकट की घड़ी में हमें स्वयं पर भरोसा रखते हुए चुनौतियों का सामना करना है। ये उद्गार प्रसिद्ध काऊसलर, मास्टर ट्रेनर एवं मेंटर महाराष्ट्र के अभिषेक वर्मा ने आज व्यक्त किये। श्री वर्मा हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा पी.एच.डी शोध विद्यार्थियों तथा स्नातकोत्तर विद्यार्थियों हेतु आयोजित व्यक्तित्व विकास तथा इंटरव्यू स्क्ल्सि पर आयोजित ऑनलाईन आमंत्रित व्याख्यान दे रहे थे। श्री वर्मा ने बताया कि किसी भी साक्षात्कार में विद्यार्थियों की शैक्षणिक उत्कृष्ठता के साथ-साथ उनका आत्मविश्वास, बातचीत करने का तरीका, विशेषज्ञों के साथ संवाद भाषा का प्रयोग तथा समसामयिक विषयों पर आपका ज्ञान एवं दृष्टिकोण सफलता के मूलमंत्र होते है।इससे पूर्व ऑनलाईन व्याख्यान के आरंभ में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ प्रशान्त श्रीवास्तव ने आमंत्रित व्याख्यान के विषय की रूपरेखा तथा महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ श्रीवास्तव ने मुख्य वक्ता अभिषेक वर्मा का परिचय भी दिया। अपने व्याख्यान के दौरान अभिषेक वर्मा ने लगभग 500 विद्यार्थियों की उपस्थिति में इंटरव्यू में सफलता के अनेक टिप्स दिये। उन्होने बताया कि इंटरव्यू में पहुंचने से पूर्व विद्यार्थियों को अपना बायोडाटा अच्छे से बनाना आना चाहिये जिससे कोई भी कंपनी अथवा संस्थान आपसे प्रथम बार में ही प्रभावित हो जावे। उन्होंने प्रभावशाली बायोडाटा बनाने के तरीके भी बताये। उन्होंने कहा कि जब तक विद्यार्थी की विषय पर अच्छी पकड़ नही होगी वह किसी भी परीक्षा अथवा साक्षात्कार में घबराया रहेगा। उसकी इसी कमी को विषय विशेषज्ञ भांप लेते है और विद्यार्थी सफल नही हो पाता। अतः विद्यार्थी ने जिस भी डिग्री एवं विषय का अध्ययन किया हो उसका समुचित ज्ञान आवश्यक है।
अनेक शोध विद्याथिर्यो एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों ने इस उपयोगी एवं महत्वपूर्ण आयोजन हेतु कुलपति डॉ अरूणा पल्टा को धन्यवाद दिया। पूर्णतः निशुल्क इस आमंत्रित व्याख्यान में कुलसचिव डॉ सी.एल. देवांगन उपकुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप, डॉ राजमणि पटेल, ए.आर. चौरे, हिमांशु शेखर मंडावी, डॉ सुमीत अग्रवाल, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ प्रशांत श्रीवास्तव, एन.एस.एस. डॉ आर पी. अग्रवाल, क्रीडा संचालक डॉ एल.पी. वर्मा, वित्त अधिकारी ज्योत्सना शर्मा, परीक्षा प्रभारी डॉ अरविंद शुक्ला अनेक महाविद्यायों के प्राचार्य तथा प्राध्यापक भी उपस्थित थे।
अपने व्याख्यान के अंतिम चरण में अभिषेक वर्मा ने कहा कि वर्तमान में कोविड- 19 के कारण अनेक निजी संस्थान अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर रहे है। हमें अपनी दक्षता सिद्ध करनी होगी तभी हम किसी नौकरी में स्थायी रूप से रह पायेंगे। विद्यार्थियों ने इंटरव्यू में पूछे जाने वाले कठिन प्रश्नों के उत्तर देने की तकनीकों को भी जाना। अंतः में डॉ प्रशांत कुमार श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय की ओर से धन्यवाद ज्ञापन किया।