भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी द्वारा इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स एवं छत्तीसगढ़ एडोलसेंट हेल्थ एकेडमी के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 14 अगस्त 2021 को क्रोध प्रबंधन एवं बुलिंग पर किशोरों की सहायता विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं विद्यार्थी ऑनलाइन इस महत्वपूर्ण विषय पर दिए गए जानकारी से लाभान्वित हुए।इसमें प्रमुख वक्ता डॉ. प्रीति गलागली डायरेक्टर बेंगलुरु एडोलिसेंट केयर एंड काउंसलिंग सेंटर व एडोलिसेंट हेल्थ स्पेशलिस्ट तथा डॉक्टर पीयाली भट्टाचार्य कंसलटेंट पीडियाट्रिशियन संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, लखनऊ थे डॉ. प्रीति गलागली द्वारा क्रोध नियंत्रण हेतु अत्यंत सकारात्मक उपाय सुझाए गए। उन्होंने बताया कि जैसे गुस्सा आने पर कुछ समय ठहराव के बाद कुछ बोलना सृजनात्मक चीजों की तरफ सोच को मोड़ना स्वयं को नुकसान ना पहुंचा कर किसी अन्य व्यक्ति से मदद ले लेना इत्यादी।
डॉ. पीयाली भट्टाचार्य द्वारा बुलींग पर चर्चा की गई एवं उन्होंने बुलींग से पीड़ित व्यक्ति के काउंसलिंग के साथ-साथ बुलिंग करने वाले एवं उसके सहयोगी विद्यार्थियों के काउंसलिंग पर भी बल देने जैसे महत्वपूर्ण विषय पर सभी का ध्यान आकृष्ट किया। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय की डायरेक्टर एवं प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह द्वारा भी वर्तमान में बच्चों एवं किशोरों में बढ़ते तनाव को तथा बुलिंग की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए उसके उसके नियंत्रण में अभिभावकों एवं शिक्षकों की भूमिका पर चर्चा की। इस कार्यक्रम में अत्यंत विद्वतजन डॉ. पुखराज बाफना, डॉ. मधुश्री देशपांडे डॉ. अरविंद सावंत, डॉ. जे.सी. गर्ग, डॉ. रिमझिम श्रीवास्तव उपस्थित रहे। समाज सेविका एवं
पार्षद श्रीमती मीना द्वारा इस समस्या के वर्तमान में तेजी से फैलने एवं सामाजिक रूप से इसके उन्मूलन पर विचार रखे गए। डॉ. सीमा जैन सेक्रेटरी डीबीएपी द्वारा इस कार्यक्रम का अत्यंत सुचारू एवं प्रभाव पूर्ण ढंग से संचालन किया गया। इन्होंने अपने निर्देषन में ऐसे अनेक लाभदायक कार्यक्रमों का आयोजन किया है।