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स्वरुपानंद कालेज में साइबर क्राइम एवं सुरक्षा पर व्याख्यान

Sep 27, 2021
Cyber Security Workshop at SSSSMV

भिलाई। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार महाविद्यालय की यू.जी.सी. समिति एवं आई. क्यू.ए.सी सेल के संयुक्त तत्वावधान में साइबर क्राइम एवं साइबर सुरक्षा विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ सावित्री शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों में साइबर क्राइम एवं साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे तकनीकि के सही उपयोग एवं निवारक उपायों को जान सकें। विशेष वक्ता के रूप में श्री कृष्णकांत दुबे विभागाध्यक्ष कंप्यूटर विभाग ने व्याख्यान में बताया कि साइबर क्राइम तकनीकि प्रगति का परिणाम है। वर्तमान परिपेक्ष्य में इन्टरनेट के माध्यम से किया जाने वाला यह सबसे प्रचलित अपराध बन चुका है। इस तरह के अपराधो से बचने के लिए सतर्कतापूर्ण व्यव्हार और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना अंत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि हम किसी भी प्रकार के साइबर क्राइम से बचना चाहते है तो मोबाइल सिक्यूरिटी, इनफार्मेशन सिक्यूरिटी एवं एप्लीकेशन एवं यूजर सिक्यूरिटी तथा क्लाउड सिक्यूरिटी जैसी उपलब्ध सुविधाओ का उपयोग करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि इन्टरनेट का सबसे ज्यादा उपयोग करने वालो में भारत तीसरे स्थान पर तथा साइबर हमलो में ग्यारहवे स्थान पर है। चूँकि वर्तमान समय में शिक्षा, बैंक, व्यवसाय आदि सभी कार्य इन्टरनेट के माध्यम से होता है एवं हमारा संपूर्ण डाटा इन्टरनेट पर होता है। इसलिए डाटा सुरक्षित रखने के लिए हमे साइबर सुरक्षा पर ध्यान देने की अत्यंत आवश्यकता है। वास्तव में साइबर सुरक्षा डाटा की सुरक्षा है जो ऑनलाइन एवं ऑफलाइन तरीको से की जा सकती है। साइबर सुरक्षा की लिए हमे अपने अकाउंट की पासवर्ड को कुछ समय बाद बदलते रहना चाहिए और ऐसे पुराने अकाउंट जिनका हम उपयोग नहीं करते उन्हें डिलीट कर देना चाहिए। साइबर अपराध के अनेक साधनों जिनके माध्यम से डाटा चोरी किया जाता है जैसे- हैकिंग, फिशिंग, स्पैम ई मेल, वायरस डालना आदि पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला गया| साइबर सिक्यूरिटी रणनीति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने सिक्यूरिटी पालिसी के अन्तर्गत लीगल फ्रेमवर्क, आईटी एक्ट, साइबर मोनिटरिंग, नेटवर्क सिक्यूरिटी के विभिन्न पक्षों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी| व्याख्यान के दौरान इंटरैक्टिव सत्र में विद्यार्थियों की शंकाओ का समाधान किया गया।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ दीपक शर्मा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा की वर्तमान सन्दर्भ में यह अत्यंत प्रासंगिक विषय है, क्योकि आज कोई भी व्यक्ति साइबर अपराध का शिकार हो सकता है| ऐसे व्याख्यान से विद्यार्थी निःसंदेह लाभान्वित होंगे।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा कि वर्तमान में साइबर अपराध की दर में लगातार वृद्धि हो रही है जिसका प्रमुख कारण साइबर सुरक्षा के प्रति लोगो में जागरूकता की कमी है। आवश्यक होने पर साइबर कानून का सहारा लिया जा सकता है हमे इस दिशा में जागरूकता को बढ़ाना होगा।
संचालन वाणिज्य विभाग की सहायक प्राध्यापिका पूजा सोढा ने किया। कार्यक्रम के अंत में आई.क्यू.ए.सी सेल की संयोजिका डॉ निहारिका देवांगन ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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