पेरिस। फ्रांस ने एक साल पहले ही अपने झंडे का रंग बदल दिया था पर इसकी तरफ दुनिया का ध्यान अब जाकर गया है। दुनिया का ध्यान इसकी तरफ तब गया जब राष्ट्रपति भवन की तरफ से इसकी आधिकारिक जानकारी प्रदान की गई। हालांकि इससे पहले पिछले वर्ष हुए राष्ट्रपित के संबोधन के दौरान भी रंगों की यह बदलाव दिखाई दिया था पर किसी ने इसपर ध्यान नहीं दिया था।एमएसएन.कॉम की रिपोर्ट में बताया गया है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रो ने देश के झंडे के नीले रंग को कब बदला इसकी तिथि नहीं बताई गई है। इससे पहले फ्रांस के नेशनल फ्लैग का नीला रंग यूरोपीय यूनियन के झंडे वाले नीले रंग से मेल खाता था। 1976 में राष्ट्रपति वालेरी गिस्कार्ड डी’स्टाइंग ने यह रंग तय किया था। प्रेसिडेंसी की तरफ से कहा गया है कि द प्रेसिडेंट ऑफ रिपब्लिक ने नेवी ब्लू कलर को तिरंगे झंडे के लिए चुना है। यह झंडा एलिसी पैलेस पर लगाया गया है। इस रंग को फ्रांसीसी क्रांति का प्रतीक बताया गया है।
झंडे में यह बदलाव राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान 31 दिसंबर 2018 को भी दिखा था। हालांकि, उस समय इसपर किसी का खास ध्यान नहीं गया। फ्रांस के राष्ट्रपति की तरफ से किया गया यह दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव है। इससे पहले उन्होंने प्रेसिडेंसी के लोगो में लोरेन क्रॉस (Lorraine cross) को जोड़ा था।
फ्रांस के तिरंगे में नीला, लाल और सफेद रंग का शामिल है। नीला और लाल को फ्रांस का पारंपरिक रंग माना जाता है। राष्ट्र ध्वज में नीला रंग स्वतंत्रता, सफेद रंग समानता और लाल रंग भाईचारे के प्रतीक के रूप में लिया गया है। फ्रांसीसी झंडे को जैक्स लुई डेविड ने डिजाइन किया था। इसे साल 1794 में नेशनल फ्लैग के रूप में अपनाया गया था।