भिलाई। श्री शंकराचार्य टेक्नीकल कैम्पस में पांच दिवसिय अटल-एफ.डी.पी का सफल आयोजन किया गया। एसएसटीसी के सूचना पौद्योगिकी विभाग के इस आयोजन में विभिन्न निजी, शासकीय इंजीनियरिंग व स्कूली शिक्षक, व सॉप्टवेयर इंडस्ट्री के गणमान्य प्रतिभागियों ने भाग लिया।इस संकाय उन्नत प्रोगाम में कुल 15 कालखंड थे जिस में विद्वान वक्ताओं ने अपने विचार रखें। इस कार्यशाला में मुख्य रूप से विभिन्न बीमारियों को पहचान करने के लिए नई डीप लर्निग विधि, इस कठिन बीमारी के ईलाज हेतु नई पद्वति को उपयोग करने की जानकारी दी गई।
बीमारी को ठीक करने हेतु मेडिकल इमेज एनालिसिस, डाटा विज्ञान व कृत्रिम बुद्विमता के विभिन्न एल्गोरिथम का उपयोग करना सिखाया गया। आज के तनाव पूर्ण युग में एक सामान्य इंसान योग द्वारा कैसे ठीक रहे इस हेतु डॉ शोभा श्रीवास्तव ने भी कुछ योगासन की जानकारी दी वे अभी मानव रचना अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय की वरिष्ट व्याख्यता है।
इस कार्यशाला में देश के अलग अलग राज्यों से कुल 107 प्रतिभगियों ने हिस्सा लिया। सभी प्रवस्ताओं ने आज के युग में विद्यार्थियों को सोध के लिए कैसे प्रोत्साहित करें। इस विषय पर भी ध्यान खीचा व भारतीय पौद्योगि के संस्थान जो कि शोध में पूरे विश्व में अपना लोहा मनवा चुकी है, उस संस्थान के वरिष्ठ प्राध्यापको ने कृत्रिम बुद्विमता, डाटा साइंस व डीप लर्निग का चिकित्सा के क्षेत्र में कैसे उपयोग किया जाए इस बारे में विभिन्न सेशन में पढ़ाने की पूरी कोशिश की।
इस कार्यक्रम का उदृघाटन भाषण डॉ जसपाल बग्गा (मुख्य समन्यवक) ने दिया व शोध की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि संगणक विज्ञान के विभिन्न क्षेत्र जो कि प्राध्यापक गण हेतु पूर्णतया नवीन है, इस पर हम सभी शोधकार्य कैसे करे। डॉ पी. बी. देशमुख निदेशक एस. एस. टी. सी भिलाई, ने इस उन्नत संकाय कार्यशाला के विषय को सराहा व शुभकामनाएं दी।
डॉ लतिका पिंजरकर (विभागाध्यक्ष) सूचना प्रौद्योगिकी विभाग इस कार्यक्रम की मुख्य समन्वयक थी। उन्होंने इस कार्यक्रम की आज की तकनीकी समय में उपयोगिता व उद्देश्य के संदर्भ में संपूर्ण जानकारी दी। व इस कार्यशाला से प्रतिभागी क्या सीख सकेगे। यह भी जानकारी दी। डॉ. डॉली शुक्ला (कार्यक्रम समन्वयक) ने इस कार्यक्रम को सफलता पूर्वक संचालन किया। प्रो. माधुरी ने सफलतापूर्वक प्रतिभागियों और वक्ताओं के बीच में तालमेल रखा।
श्री आई. पी. मिश्रा (चेयरमैन एस.जी.एस. भिलाई) और जया मिश्रा (अध्यक्ष एस.जी.एस) भिलाई ने आयोजको को बधाई दी और कार्यक्रम की थीम को सराहा।