भिलाई। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सेक्टर 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में रंगों का त्यौहार होली पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राजयोग सत्र में भिलाई सेवा केन्द्रों की निदेशिका आशा दीदी ने बताया कि होली में जलाना, मनाना और खेलना अर्थात पुरानी सब बातों और संस्कारों को जला के खत्म करना है। जब बातें जल गई तब खुशी, प्रेम, सुख, शांति के रंगों से होली माननी है। यही इस पर्व की सार्थकता है।
इसके पश्चात विश्व मे सुखशांति हेतु परमात्मा को भोग स्वीकार कराकर, सभी ब्रह्मा वत्सों को आत्म स्मृति चंदन का तिलक लगाकर गुलबाशी से होली पर्व मनाया गया,हमारा जीवन भी गुलाब की तरह रंगों, खुशबू,एवं चन्दन के समान शीतलता से भरपूर हो।
संध्या होली स्नेह मिलन कार्यक्रम में खुशियों के गुब्बारे, चमत्कारी चश्मा,नारद जी धरती में भटके मोबाइल में अटके,गाँव की पाठशाला, परिवर्तन के रंग राजयोग के संग मनुष्य की पांचो कर्मेन्द्रियों पर आधारित जैसे प्रेरणादाई आध्यात्मिक नाटक के माध्य्म से सदा तनावमुक्त खुश रहने और राजयोग मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के महत्व को बताया गया।
संचालन ब्रह्माकुमारी रिया दीदी एवं ब्रह्माकुमार पोषण भाई ने किया।