भिलाई। महाविद्यालय परिसर में ग्रीन एक्टिविटीज को बढ़ावा देने के लिए श्री शंकराचार्य महाविद्यालय की भारत सरकार ने सराहना की है। इस आशय का पत्र महाविद्यालय को आज प्राप्त हुआ। विश्व पर्यावरण दिवस पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद महाविद्यालय के हरित क्रांति की गतिविधियों की सराहना की। उल्लेखनीय है कि महाविद्यालय को नैक द्वारा ‘ए’ग्रेड से नवाजा गया है। महाविद्यालय ने इस अवसर पर पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।
जिन बिन्दुओं पर महाविद्यालय की सराहना की गई है उसमें स्वच्छता उपायों को शत प्रतिशत लागू करना, आउटडोर क्लासरूम, हरित आच्छादन तथा हरितिमा से जुड़े अपने प्रयासों का प्रदर्शन आदि शामिल है। महाविद्यालय में स्वच्छता एक्शन प्लान कमेटी एवं कार्य समूहों का गठन किया गया है। कोविड बाद की स्थितियों पर काबू पाने के लिए संस्था द्वारा किये गये उपाय, जल प्रबंधन, कूड़ा प्रबंधन, पर्यावरण से जुड़े सभी दिवसों में नवीन गतिविधियां आदि को शामिल किया गया है। कूड़ा प्रबंधन के लिए अपनाए गए कचरा पुनर्चक्रीकरण प्रयासों को भी सराहा गया है।
महाविद्यालय के प्राचार्य (प्रभारी) डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि संस्था ने पर्यावरण के प्रति अपनी सजग दृष्टि तथा प्रतिबद्धता को साबित किया है। हम संधारणीय विकास लक्ष्य (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स) के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वच्छा मिशन में हम राष्ट्र के साथ कदमताल कर रहे हैं और इस दिशा में निरंतर नवोन्मेष कर नए रास्ते तलाश रहे हैं।
महाविद्यालय की उप-प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने कहा कि महाविद्यालय न केवल मूल्य आधारित शिक्षा का पक्षधर है बल्कि एक ऐसे वातावरण के निर्माण के लिए सतत् प्रयत्नशील है जिसमें लोग स्वयं स्वच्छता, पर्यावरण की रक्षा एवं संधारणीय विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रेरित हों।
इस कार्य में महाविद्यालय के समन्वयक डॉ राहुल मेने ने कहा कि महाविद्यालय के प्रयासों को विभिन्न संस्थाओं द्वारा सराहा गया है तथा लोग महाविद्यालय से जुड़कर इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं। कचरा, पानी तथा ऊर्जा के बेहतर प्रबंधन से महाविद्यालय ने यह लक्ष्य हासिल किया है। महाविद्यालय इन कार्यों को और आगे बढ़ाने के लिए कृतसंकल्पित है।