लैंप लाइटिंग में नर्सिंग रजिस्ट्रार दुर्गावती कुंजाम ने दिलाई शपथ
भिलाई। युवा अपने विद्यार्थी जीवन का सदुपयोग करें और अपनी ऊर्जा को सही दिशा दें। अपने स्किल को परफेक्ट करें क्योंकि यही आपकी पहचान होगी। उक्त बातें आज जिला पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के लैम्प लाइटिंग सेरेमनी को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि अपनी संस्था और अपने पेशे का सदा सम्मान करें और उसे नीचा दिखाने की कोशिश न करें। वे समारोह को विशेष अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि मेडिकल कालेज के आरंभिक वर्षों में मिली सफलता ने उनका जुनून बढ़ा दिया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपनी पूरी ताकत सीखने में लगा दी। एम्स नई दिल्ली से पीजी किया और फिर डाक्टर के रूप में अपनी सेवाएं भी दी। कालांतर में यूपीएससी क्लीयर किया और आईपीएस होकर छत्तीसगढ़ पहुंच गए। आदिवासी इलाकों में तैनाती के दौरान उन्होंने सैकड़ों मेडिकल कैम्प लगाए और लाखों लोगों का इलाज भी किया। स्किल कभी बेकार नहीं जाता। उन्होंने विद्यार्थियों को सॉफ्ट स्किल सीखने के लिए भी प्रेरित किया ताकि वे अपने पेशे में उन्नति कर सकें।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार श्रीमती दुर्गावती कुंजाम ने आधुनिक नर्सिंग की जन्मदाता फ्लोरेंस नाइटिंगेल का संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि यह सेवा का क्षेत्र है जहां कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता। रोगी की सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है। जरूरत पड़ी तो डस्टिंग से लेकर बेड मेकिंग तक सबकुछ स्वयं करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने भी थियोरी के साथ-साथ क्लिनिकल स्किल्स पर जोर दिया। उन्होंने 14वें और 15वें बैच की नर्सिंग छात्राओं को शपथ भी दिलाई। महाविद्यालय की उप प्राचार्य सिजी थॉमस ने उनका सहयोग किया।
इससे पहले समारोह को संबोधित करते हुए महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने अपने आशीर्वचन में विद्यार्थियों को अपना पूरा ध्यान सीखने में लगाने तथा अधिक से अधिक स्किल सीखने पर जोर दिया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों एवं उनके माता पिता को इस क्षेत्र को चुनने के लिए बधाई भी दी।
महाविद्यालय के प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने महाविद्यालय की प्रगति की जानकारी देते हुए कहा कि महाविद्यालय ने अपने स्थापना काल से लेकर अब तक एक लंबा सफर तय किया है और हमारी कोशिश हमेशा पहले से बेहतर करने की रहती है।
कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ के राजगीत से हुआ। संचालन ममता सिन्हा एवं नेहा देवांगन ने किया। इस अवसर पर एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे, फार्मेसी कालेज के प्राचार्य विजेन्द्र सूर्यवंशी सहित तीनों महाविद्यालयों के स्टाफ एवं स्टूडेन्ट बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।