भिलाई। रविवार को विश्व फार्मेसी दिवस था. इस अवसर पर एमजे कॉलेज (फार्मेसी) के बच्चों ने ग्राम खमरिया में औषधियों के उपयोग और सावधानियों की जानकारी गांव वालों को दी. उन्होंने नुक्कड़ नाटक खेलकर औषधियों के अंधाधुंध उपयोग के प्रति लोगों को आगाह किया. विद्यार्थियों ने इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक द्वारा नशे से दूर रहने की सलाह भी विद्यार्थियों को दी. स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खमरिया के प्राचार्य आरपी गुप्ता इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे.
नुक्कड़ नाटकों के द्वारा यह बताने की कोशिश की गई कि किस तरह हम घर पर रखी हुई दवाइयों का अपने मन से किसी भी रोग को ठीक करने के लिए करते हैं और कभी-कभी समस्या बढ़ जाती है. नाटक के द्वारा दवाइयों के इस तरह रैंडम उपयोग के खतरे से बच्चों को आगाह किया गया. विद्यार्थियों के साथ साथ शिक्षकों को भी औषधि लेने के टीडीएस, बीडीएस और ओडी जैसे संकेतकों की भी जानकारी दी गई. उन्हें बताया गया कि टीडीएस का मतलब 24 घंटे में तीन बार औषधि लेना है. इसलिए इसके बीच का अंतराल 8-8 घंटे का होना चाहिए. इसी तरह बीडीएस में अंतराल 12 घंटे का और ओडी में अंतराल 24 घंटे का होना चाहिए.
इससे पहले नशे की लत की वजह से शांत खुशहाल जीवन में होने वाली उथल पुथल की जानकारी दी गई. बताया गया कि नशे के झोंक में किस तरह व्यक्ति बिना सोचे समझे कदम उठाता है और बाद में पछताने के अलावा उसके हाथ में कुछ भी नहीं रह जाता.
इससे पहले विद्यार्थियों ने गांव में घर-घर जाकर बची खुची दवाइयों को एकत्रित किया. उन्होंने ग्रामीणों को यह भी बताने की कोशिश की कि इन औषधियों को किस तरह डिस्पोज किया जाता है. उन्होंने लोगों को बची खुची दवाइयां फार्मेसी को लौटाने के लिए भी प्रेरित किया ताकि उनका कोई गलत उपयोग घर पर न हो जाए.
कार्यक्रम में महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक माधुरी साहू, प्रीति, पंकज साहू एवं दीपक रंजन दास की उपस्थिति रही.