राजनांदगांव। कॉन्फ्लुएंस कॉलेज के आईक्यूएसी एवं एनएसएस इकाई के संयुक्त तत्वाधान में विश्व ओजोन दिवस 2020 पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करने वाला वैश्विक सहयोग टीम को लेकर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित किया गया आयोजन प्रभारी मंजू लता साहू सहायक अध्यापक आइक्यूएसी ने कहा कि इसका मकसद लोगों को प्रकृति को लेकर जागरूक करना है इस तरह के कार्यक्रम से लोगों को जागरूक किया जाता है एन.एस.एस. अधिकारी प्रो. विजय मानिकपुरी ने कहा कि हर साल ओजोन डे पर लोगों को क्लोरोफ्लोरोकार्बन प्लास्टिक और सभी हानिकारक पदार्थों के इस्तेमाल को कम कर ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने हेतु संकल्प दिलाया जा रहा है।
प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने कहा कि हमारे जीवन के लिए ऑक्सीजन सबसे जरूरी मानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ओजोन इससे भी ज्यादा जरूरी है इसलिए यह आयोजन महाविद्यालय में किया गया ।
महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल एवं डॉ. मनीष जैन ने संयुक्त रूप से इस आयोजन की सराहना की l निर्णायक श्री धनंजय साहू विभागाध्यक्ष गणित के निर्णय अनुसार पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम दीपिका साहू (बी.बी.ए.फर्स्ट) द्वितीय -विजमा चौधरी (बीसीए फर्स्ट ईयर )एवं तृतीय- युवराज सोनवानी (पी.जी.डी.सी.ए.) प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया गयाl
सूक्ष्मजीव मनुष्यों के लिए बहुत ही लाभप्रद होते हैं हम प्रतिदिन सूक्ष्मजीवों तथा सूक्ष्मजीवों से उत्पन्न उत्पादों का प्रयोग करते हैं जैसे कि दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले पदार्थ दही, इडली, डोसा प्रतिजैविक आदि।
इस कार्यक्रम में डॉ. रचना चौधरी द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से यह बताया गया कि सूक्ष्मजीव का हमारे दैनिक जीवन, पर्यावरण संरक्षण व औद्योगिक क्षेत्र में विशेष योगदान है साथ ही साथ विभाग द्वारा गूगल फॉर्म के माध्यम से विद्यार्थियों को सूक्ष्मजीवों से संबंधित कितनी जानकारी है इसका परीक्षण किया गया। जिसमें विद्यार्थियों का प्रदर्शन सराहनीय रहा।
इस अवसर पर अति. निदेशक वह प्रभारी प्राचार्य डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि सूक्ष्मजीव हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी है क्योंकि यह हमारे लिए लाभदायक होने के साथ-साथ हमारे पर्यावरण में मौजूद हानिकारक पदार्थों को हटाकर पर्यावरण को स्वच्छ करते हैं। महाविद्यालय की उप-प्राचार्य डॉ. अर्चना झा ने कहा कि हमारे दैनिक जीवन में सूक्ष्मजीवो का चिकित्सा क्षेत्र, कार्बनिक पदार्थों के उत्पादन, पेय पदार्थो के निर्माण में इनका योगदान है। इस कार्यक्रम में डॉ. भुनेश्वरी नायक, रचना तिवारी व अन्य प्राध्यापकगण उपस्थित थे।