भिलाई। हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में मायोकार्डाइटिस की एक मरीज का सफल इलाज किया गया। 23 वर्षीय इस महिला मरीज के शरीर ने जवाब देना शुरू कर दिया था। जब उसे अस्पताल लाया गया तो उसकी नब्ज बेहद कमजोर थी और आक्सीजन सैचुरेशन 67 से नीचे जा चुका था। कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आकाश बख्शी और मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ देवेन्द्र कुमार साहू के अथक प्रयासों से मरीज ठीक हो गई और शिक्षक दिवस के दिन 5 सितम्बर को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
बोरसी निवासी तृप्ति साहू को 15 अगस्त को अस्पताल लाया गया था। उसे 2-3 दिन से हल्का बुखार था तथा दस्त लग रहे थे। नब्ज डूब रही थी और आक्सीजन सैचुरेशन भी गिर रहा था। मरीज की जांच करने पर पाया गया कि उसके हृदय की मांसपेशियों में सूजन है। यह स्थिति कोविड सहित किसी भी वायरस के संक्रमण के कारण हो सकती है। उधर किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। क्रेटिनिन का स्तर 3.5 तक जा चुका था। 19अगस्त तक मरीज को दवाओं, इंजेक्शन और नाॅन इन्वेसिव वेंटिलेटर पर रखा गया। किंतु मरीज की स्थिति में सुधार नही हुआ।
मरीज को तत्काल वेन्टीलेटर पर डाल दिया गया। वेंटिलेटर पर लिये जाने के बाद भी आक्सीजन स्तर में सुधार नही हुआ। 19 अगस्त को मरीज को इंट्रा एओर्टिक बलून पंप लगाया गया ताकि शरीर को जरूरी रक्त की आपूर्ति होती रहे। यह उपकरण हृदय का सहयोग करता है। 28 अगस्त को वेन्टीलेटर निकाल दिया गया। बलून पंप को भी 29 अगस्त को निकाल दिया गया। मरीज की स्थिति संतोषजनक पाए जाने पर उसे 5 सितम्बर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई