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विद्यार्थियों में विकसित करें महानता के गुण – ब्रह्मकुमारी प्राची दीदी

Dec 2, 2022
Creating Greatness workshop for teachers

भिलाई. वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका एवं मोटिवेशनल स्पीकर ब्रम्हाकुमारी प्राची दीदी ने विद्यार्थियों में महानता के गुण विकसित किए जाने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान देने के साथ श्रेष्ठ आचरण के लिए भी प्रेरित करना जरूरी है. यही “क्रिएटिंग ग्रेटनेस” है. वे प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के पीस ऑडिटोरियम में कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं. इसमें दुर्ग जिले के सभी स्कूल के प्राचार्य एवं शिक्षकों को आमंत्रित किया गया था.
प्राची बहन ने कहा कि बच्चों को कोरे कागज पर पहला अक्षर लिखना आप सिखाते हैं. पर बच्चों के कोमल मन को नहीं पढ़ पाते हैं. आज उनमें चिड़चिड़ापन बढ़ता जा रहा है. बच्चे दूसरों को देखकर कॉपी करते हैं चाहे अच्छा हो या बुरा. दृढ़ता का संकल्प कर हमें स्वयं को बदलना है ताकि छात्रों में परिवर्तन ला सकें. दृढ़ता का संकल्प कर हमें स्वयं को बदलना है ताकि छात्रों में परिवर्तन ला सकें. हमें यह समझना होगा कि अपने मनोभावों और विचारों के मालिक हम स्वयं हैं. इसपर दूसरों को हावी नहीं होने देना है. प्राची बहन ने कहा कि आज भविष्य को लेकर बच्चों से ज्यादा टेंशन मां-बाप को है. हमें सब की क्वालिटी देखनी है. हमारे दिनचर्या में हल्का पन कितना है. सब चाहते हैं जीवन में हल्के रहे खुश रहे लेकिन फिर भी मन भारी रहता है.
प्राची दीदी ने आगे बताया की सुपर कंप्यूटर में क्षमता बहुत है पर वायरस उसे स्लो और करप्ट कर देता है. वैसे ही हमारे मस्तिष्क में भी असीम क्षमता है लेकिन नेगेटिवटी, डिप्रेशन और तनाव उसे हैंग और अपसेट कर देते हैं. मेडिटेशन से इसे मात दिया जा सकता है. मेरा नाम और पद दूसरों के लिए है. मैं स्वयं अपने लिए क्या हूँ यह महत्व रखता है. विचार और भावनाएं शरीर की चीजें नहीं है मन की विचारों की शुद्धता के लिए कोई भी मेडिसिन नहीं है क्योंकि मन शरीर का स्थूल अंग नहीं है जिसकी दवाई बने.
कार्यशाला का शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी अमित घोष एवं विभिन्न विद्यालय के प्राचार्यों एवं ब्रम्हाकुमारी बहनों ने दीप प्रज्वलन कर किया. श्री घोष ने कहा हम सभी चाहें घर में रहें या कार्यक्षेत्र में, तनाव का अनुभव तो करते ही हैं. तनाव को खत्म करने की इससे अच्छी जगह और कोई नहीं. हम सब जब तक तनाव मुक्त नहीं होंगे तब तक हम सहयोगी साथियों को एवं बच्चों को भी तनाव मुक्त नहीं बना सकेंगे.
प्रिंसिपल और टीचर्स को एक्टिविटी, ग्रुप डिस्कशन, वैल्यू गेम्स से ग्रेटनेस महानता कम होने के कारण पर मंथन हुआ. सभी प्राचार्य एवं शिक्षकों को मधुरता, खुशी, दया, शांति जैसे गुणों के स्लोगन बैंड्स कलाइयों पर बांधे गए. सभी टीचर्स, प्रिंसिपल्स के लिए एक्शन प्लान बनाया गया.
डिवाइन ग्रुप के बच्चों द्वारा वर्तमान में बच्चों की समस्याओं एवं उनके समाधान को हृदयस्पर्शी सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से प्रस्तुत किया जिसमें भारत को विश्व गुरु के रूप में बढ़ते विजन को भी स्पष्ट किया गया. ब्रह्माकुमारी नेहा दीदी ने सभी प्राचार्य एवं शिक्षकों का आभार व्यक्त किया. अंत में शुभ आशा व्यक्त करते हुए संस्था से पॉजिटिव एनर्जी ले कर जाने की अपील की।

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