राजनांदगांव. ग्राम सुरगी के किसानों की तकदीर अब बदलने वाली है. शासन की सौर सामुदायिक सिंचाई परियोजना उनके लिए वरदान बनकर आई है. छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा सौर सामुदायिक सिंचाई योजना के माध्यम से सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई पंप स्थापित किये गये हैं. साथ ही साथ सिविल अधोसंरचना एवं पाईप लाईन विस्तार कर सिंचाई सुविधा दी जा रही है. इसके लिए ऐसे स्थानों को चुना जा रहा है जहां स्टाप डैम, बैराजों एवं पर्याप्त मात्रा में सरफेस वाटर उपलब्ध है.
ग्राम सुरगी जिला राजनांदगांव जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर है. यहां पर्याप्त मात्रा में सिंचाई जल उपलब्ध है किन्तु विद्युत बाधित होने एवं डीजल पंपों में अधिक व्यय के कारण किसान एनीकट के जल का समुचित उपयोग नहीं कर पाते थे. ऐसे में वे बारिश की उम्मीद लगाए बैठे रह जाते थे. अब उन्हें संजीवनी मिल गई है. क्रेडा की इंदिरा गांव गंगा योजना के तहत 10 एच.पी. क्षमता के 2 एवं 15 एच.पी. क्षमता का एक सोलर सिंचाई पंप स्थापित कर दिया गया है. इनके द्वारा 3 तालाबों में पाईप लाईन से खरखरा नदी का पानी भरा जा रहा है. इससे निस्तारी, पशुओं हेतु पानी की व्यवस्था के साथ-साथ इन तालाबों से लगे हुए कृषकों के खेतों को पानी मिल जाएगा. इन खेतों का कुल रकबा 200 एकड़ है.
सोलर पंप लगने के बाद किसानों को विद्युत हेतु किसी भी प्रकार का बिजली बिल नहीं देना पड़ेगा. किसानों की आय में वृद्धि होगी तथा शासन को भी बिजली की बचत करने में मदद मिलेगी. सोलर पंप से औसत लगभग प्रतिदिन 120 से 150 यूनिट अर्थात माह में 3600 से 4500 यूनिट तक की बिजली की बचत होगी. प्रतिमाह 28800 रुपए से 36000 रुपए तक की बचत होगी. परोक्ष लाभ यह होगा कि कोयला तथा उसे निकलने वाले कॉर्बन डाईऑक्साईड व धुंए से भी मुक्ति मिल जाएगी.